रविरंजन सिंह के अपहरण मामले का परदाफाश
गया : हार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह के भतीजे सह रोहतास के कारोबारी रविरंजन सिंह व दो अन्य लोगों के अपहरण मामले में गया पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने रांची में छापेमारी कर अजय सिंह गिरोह के आठ में से दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. पकड़े गये युवकों में […]
गया : हार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह के भतीजे सह रोहतास के कारोबारी रविरंजन सिंह व दो अन्य लोगों के अपहरण मामले में गया पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने रांची में छापेमारी कर अजय सिंह गिरोह के आठ में से दो सदस्यों को गिरफ्तार किया.
पकड़े गये युवकों में रांची के तमाड़ थाने के रड़गांव के रहनेवाले अब्दुल हनीफ अंसारी का बेटा मोहम्मद शाहिद व खूंटी जिले के कर्रा थाने के नूर मोहम्मद खान का बेटा मोहम्मद फिरोज उर्फ अंजुम है.
मोहम्मद शाहिद की निशानदेही पर अपहर्ता गिरोह के मोहम्मद जब्बीर अख्तर के घर रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र स्थित रड़गांव उसके कुछ और ठिकानों पर छापेमारी की गयी. लेकिन, जब्बीर अख्तर फरार मिला. एसआइटी ने इसी गिरोह में शामिल रांची के रहनेवाले भोला, पंडित जी व राजू और दरभंगा के रहनेवाले रंजीत कुमार की गिरफ्तारी को लेकर उनके ठिकानों पर छापेमारी की, पर सफलता नहीं मिली.
हर बार अपनी टीम बदल लेता था अजय सिंह . रांची से पकड़ाये दो युवकों को शुक्रवार को अपने कार्यालय में मीडिया के सामने पेश करते हुए गया के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कारोबारी अपहरणकांड का मास्टरमाइंड अजय सिंह पहले भी देश के कई राज्यों में कई प्रसिद्ध कारोबारियों व ठेकेदारों का अपहरण कर चुका है.
बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाने के गोठानी निवासी रिटायर्ड डीएसपी मंगल सिंह का बेटा अजय सिंह हर बार अपनी टीम बदल देता था. कारोबारी रविरंजन सिंह के अपहरण के मामले में अजय सिंह ने रांची व खूंटी के युवकों को अपने गिरोह में शामिल किया था.
अजय ने सबसे पहले जब्बीर अख्तर से संपर्क किया. उसके जरिये रांची के तमाड़ थाने के रड़गांव के रहनेवाले अब्दुल हनीफ अंसारी के बेटे मोहम्मद शाहिद व खूंटी जिले के कर्रा थाने के नूर मोहम्मद खान के बेटे मोहम्मद फिरोज उर्फ अंजुम समेत भोला, पंडित जी, राजू व रंजीत कुमार से संपर्क किया. झारखंड के रांची व खूंटी समेत बिहार के दरभंगा के कुल आठ युवकों के साथ मिल कर गत 23 जनवरी को अजय सिंह ने गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के जीटी रोड से कारोबारी रविरंजन व दो अन्य लोगों का नयी फॉरच्यूनर गाड़ी के साथ अपहरण कर लिया.
लखनऊ में छापेमारी के दौरान मिला था सुराग. एसएसपी ने बताया कि एक मई को अजय सिंह व उसके साथियों ने बाराचट्टी थाना क्षेत्र के जीटी रोड से गया के डॉ पंकज गुप्ता व उनकी पत्नी शुभ्रा गुप्ता का अपहरण ऑडी कार के साथ कर लिया था.
इस मामले में गत छह मई को सिटी एसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में लखनऊ के गोमतीनगर स्थित शारदा अपार्टमेंट में छापेमारी कर अपहर्ता गिरोह के सरगना अजय सिंह व उसके आठ साथियों को गिरफ्तार किया गया था. उस दौरान अजय सिंह से खूंटी जिले के कर्रा इलाके के नाम से उसका वोटर कार्ड बरामद किया गया था. उस वोटर कार्ड में फोटो अजय सिंह का था.
लेकिन, नाम नरेंद्र प्रताप सिंह लिखा था. अजय ने अपने पिता का नाम मंगल सिंह से बदल कर विजय प्रताप सिंह करा लिया था. साथ ही, दो-तीन और वोटर कार्ड मिले थे, जो रांची इलाके के लोगों के थे. पुलिस रिमांड के दौरान अजय सिंह से उक्त लोगों के बारे में पूछताछ की गयी, तो उसने अपने गिरोह का खुलासा किया.
रिमांड पर लेकर की जायेगी पूछताछ. एसएसपी ने बताया कि सासाराम के कारोबारी से अजय सिंह ने फिरौती के रूप में 20 लाख रुपये वसूले थे.
इनमें करीब 10 लाख रुपये रांची के उक्त सभी युवकों के बीच बांटे थे. फिलहाल मोहम्मद शाहिद व मोहम्मद फिरोज को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जायेगा. इसके बाद उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. जल्द ही सासाराम कारोबारी के अपहरण मामले में सभी अपराधियों के विरुद्ध चाजर्शीट दाखिल किया जायेगा.