24 घंटे इमरजेंसी चालू
गया: मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के शिशु रोग विभाग में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा शुरू होने के बाद हर रोज औसतन आठ बच्चे इमरजेंसी वार्ड में भरती हो रहे हैं. 18 मई से रविवार की शाम छह बजे तक 58 बच्चों को इमरजेंसी सेवा का लाभ मिल चुका है. 24 घंटे डॉक्टर व पारा […]
गया: मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के शिशु रोग विभाग में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा शुरू होने के बाद हर रोज औसतन आठ बच्चे इमरजेंसी वार्ड में भरती हो रहे हैं. 18 मई से रविवार की शाम छह बजे तक 58 बच्चों को इमरजेंसी सेवा का लाभ मिल चुका है. 24 घंटे डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ के उपलब्ध रहने से मरीज के परिजनों को भी राहत मिली है. कुछेक दवाओं की कमी दूर कर दी जाये, तो यह विभाग बीमार बच्चों के लिए महफूज साबित हो जायेगा.
शिशु रोग विभाग में दूर हुई डॉक्टरों की कमी : लंबे समय तक महज तीन डॉक्टरों पर निर्भर शिशु रोग विभाग में अब 14 डॉक्टर उपलब्ध हैं. इनमें एक प्रोफेसर, 10 असिस्टेंट प्रोफेसर व तीन रेजिडेंट शामिल हैं. हालांकि, 17 पद अब भी खाली हैं.
इमरजेंसी वार्ड शुरू होने से मरीज के परिजन, डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ भी संतुष्ट हैं. हालांकि, कुछ दवाओं की कमी है. इस कारण बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं. 132 प्रकार की दवाओं का इंडेंट किया जा चुका है. दवा आते ही यह समस्या दूर हो जायेगी. पांच एयर कंडीशनर के लिए भी लिखा गया है.
डॉ बांकेबिहारी सिंह, विभागाध्यक्ष, शिशु रोग विभाग, एएनएमएमसीएच, गया