लाइब्रेरी व लैब की भी बदलेगी सूरत

बोधगया: नैक की टीम के आगमन को देखते हुए इन दिनों मगध विश्वविद्यालय (एमयू) मुख्यालय में रंग-रोगन के साथ-साथ पुस्तकालयों (लाइब्रेरी) व प्रयोगशालाओं (लेबोरेटरी) को सुदृढ़ करने का काम जारी है. जुलाई के अंत तक नैक की टीम एमयू का भ्रमण कर सकती है. इसके बाद मौजूदा स्थिति व संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2015 7:31 AM
बोधगया: नैक की टीम के आगमन को देखते हुए इन दिनों मगध विश्वविद्यालय (एमयू) मुख्यालय में रंग-रोगन के साथ-साथ पुस्तकालयों (लाइब्रेरी) व प्रयोगशालाओं (लेबोरेटरी) को सुदृढ़ करने का काम जारी है. जुलाई के अंत तक नैक की टीम एमयू का भ्रमण कर सकती है. इसके बाद मौजूदा स्थिति व संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर नैक द्वारा ग्रेड देने पर विचार किया जायेगा. कुलपति प्रो एम इश्तियाक कमोबेश हर दिन तैयारी का जायजा ले रहे हैं. मंगलवार को भी कुलपति ने अपने कक्ष में काफी देर तक डीएसडब्ल्यू, कुलसचिव व कॉलेज निरीक्षकों के साथ बैठक की व योजना के अनुसार सभी कार्यो को जल्द से जल्द पूरा कराने को कहा.
स्टूडेंट्स को होगा फायदा : नैक की मान्यता हासिल करने के लिए एमयू द्वारा पुस्तकालयों व प्रयोगशालाओं को चकाचक किये जाने का फायदा छात्र-छात्रओं को ही मिलेगा. एमयू प्रशासन द्वारा फिलहाल मन्नूलाल केंद्रीय पुस्तकालय में पुस्तकों व शोधपत्रों को सजाने का काम किया जा रहा है. इसके लिए दैनिक भुगतान पर छह लोगों को रखा गया है, जिनके पास लाइब्रेरी की देखरेख का अनुभव है. साथ ही, पुस्तकालय से रिटायर्ड लोगों की भी सेवा ली जा रही है.

जानकारी के अनुसार, मन्नूलाल पुस्तकालय में पुस्तकों पर जमी धूल को साफ किया जा रहा है. उन्हें करीने से सजाया जा रहा है. पुस्तकालय में इंटरनेट की सुविधा भी बहाल की जा रही है. रंग-रोगन के साथ-साथ लिफ्ट को चालू कराया जा रहा है. विभिन्न विभागों के छात्र-छात्रओं को लाइब्रेरी कार्ड बनाने को कहा जा रहा है. इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों के पुस्तकालयों को भी ठीक किया जा रहा है. प्रयोगशालाओं में खराब व बेकार हो चुके रसायनों व अन्य उपकरणों को हटाने व नये उपकरण खरीदने की तैयारी हो रही है. इसके लिए विभागाध्यक्षों व संबंधित शिक्षकों के बीच बातचीत हो रही है.

एमयू के हो रहे कायाकल्प पर पीजी के सेकेंड व फोर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्रओं ने कहा कि नैक के बहाने ही सही, लेकिन यह तो साफ है कि नये सत्र (जुलाई) में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्रओं को सुदृढ़ प्रयोगशालाएं व पुस्तकालय मिलेंगे. इससे पठन-पाठन का बेहतर माहौल बनेगा. विद्यार्थियों को क्लास करने में भी दिलचस्पी बनी रहेगी.
अर्हता पूरी करने का प्रयास : एमयू को नैक का दर्जा दिलाने के लिए जरूरी अर्हताओं को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. एमयू के सीसीडीसी डॉ संजय तिवारी ने बताया कि कुलपति की निगरानी में सभी कार्यो को योजनाबद्ध तरीके से पूरा कराया जा रहा है. विभागों की कमियों को दूर किया जा रहा है. उम्मीद है नैक की टीम के आने से पहले एमयू कैंपस बदला-बदला सा नजर आयेगा. नैक की मान्यता प्राप्त होना एमयू की उपलब्धियों में शामिल होगा.

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