गिरोह का करें खुलासा नहीं, तो होगी कार्रवाई

गया: शहरी इलाके में मोटरसाइकिल चोरों के बुलंद हौसलों के आगे हताश पुलिस को संजीवनी देने के लिए मगध डीआइजी शालीन ने बुधवार को अपने कार्यालय में सिटी एसपी राकेश कुमार, प्रभारी सिटी डीएसपी जेपी कर्ण, डीएसपी (विधि-व्यवस्था) सतीश कुमार व ट्रैफिक डीएसपी ओमप्रकाश चौधरी के साथ घंटों बैठक की. डीआइजी ने सभी डीएसपी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2015 8:23 AM
गया: शहरी इलाके में मोटरसाइकिल चोरों के बुलंद हौसलों के आगे हताश पुलिस को संजीवनी देने के लिए मगध डीआइजी शालीन ने बुधवार को अपने कार्यालय में सिटी एसपी राकेश कुमार, प्रभारी सिटी डीएसपी जेपी कर्ण, डीएसपी (विधि-व्यवस्था) सतीश कुमार व ट्रैफिक डीएसपी ओमप्रकाश चौधरी के साथ घंटों बैठक की. डीआइजी ने सभी डीएसपी का जम कर क्लास लिया. डीआइजी ने कहा कि शहरी इलाका जिले का हृदय होता है. शहर में एक छोटी सी भी घटना होगी, तो उसका व्यापक प्रभाव पड़ता है. पब्लिक के बीच इसका गलत मैसेज जाता है.

ऐसा लगता है, जैसे पुलिस बिल्कुल शिथिल हो गयी है. इसे गंभीरता से लें. मोटरसाइकिल चोरी करनेवाले गिरोह का खुलासा करें, अन्यथा लापरवाही बरतनेवाले पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई होगी.

फतेहपुर से पकड़ाये युवकों को लें रिमांड पर : डीआइजी ने कहा कि 13 मार्च को फतेहपुर इलाके से सिविल लाइंस इंस्पेक्टर नीहार भूषण ने फतेहपुर इलाके से चोरी की 17 मोटरसाइकिलों के साथ 12 लोगों को पकड़ा था. लेकिन, जेल में बंद उन युवकों को अबतक रिमांड पर नहीं लिया गया है. लंबे समय के बाद एक साथ चोरी की 17 मोटरसाइकिलें पकड़ी गयी थीं. यह अच्छी उपलब्धि थी. लेकिन, दारोगा ने इस मामले का पीछा नहीं किया. जेल में बंद युवकों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ करें, तो मोटरसाइकिल चोर गिरोह के कई सदस्यों का नाम सामने आयेगा. उसे हिरासत में लें और कड़ी पूछताछ करें. एक-एक कड़ी को जोड़ कर कार्रवाई करें. निश्चित रूप से पुलिस को सफलता मिलेगी.
जेल से रिहा होनेवाले चोरों का करें सत्यापन : डीआइजी ने सभी डीएसपी को निर्देश दिया कि हर थाने से एक रिपोर्ट तैयार करें कि उनके इलाके से कब-कब चोरी की मोटरसाइकिल के साथ पकड़ाये युवक फिलहाल कहां हैं? अगर वे जेल में हैं, तो ठीक है. लेकिन, वे जेल से जमानत पर रिहा हो गये, तो उनका सत्यापन करायें कि फिलहाल वे कहां हैं और किस कामकाज में लगे हैं. अगर जानकारी मिलती है कि जेल से निकल कर युवक पुन: मोटरसाइकिल चोरी या किसी अन्य आपराधिक घटनाओं में शामिल हो गये हैं, तो उनकी जमानत रद्द करने की अनुशंसा करें.
ट्रैफिक डीएसपी को मिला होमवर्क : डीआइजी ने ट्रैफिक डीएसपी को कहा कि उनके जिम्मे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था है. ट्रैफिक में करीब 150 सिपाहियों की पोस्टिंग की गयी है. इन सिपाहियों के सहयोग से दिन में कई बार चौक-चौराहों पर मोटरसाइकिल चेकिंग करते रहे. हेलमेट के साथ-साथ कागजात की भी चेकिंग करें. इससे भी मोटरसाइकिल चोर गिरोह में हड़कंप मचेगा.

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