जिले में 48 कोरोना संक्रमित व 19 संदिग्धों का चल रहा इलाज

डीएम अभिषेक सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा की अध्यक्षता में कोविड 19 कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किये गये लॉकडाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी. कोरेंटिन कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा ने बताया कि अब तक कोरोना के कुल 372 संदिग्ध मामले आये हैं, 297 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के, 35 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार व 40 मामले पृथक केंद्र, बोधगया के हैं. कुल 314 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 28, 2020 4:41 AM

गया : डीएम अभिषेक सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा की अध्यक्षता में कोविड 19 कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किये गये लॉकडाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी. कोरेंटिन कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा ने बताया कि अब तक कोरोना के कुल 372 संदिग्ध मामले आये हैं, 297 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के, 35 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार व 40 मामले पृथक केंद्र, बोधगया के हैं. कुल 314 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

गया के कुल 49 में से आठ मामले में रिकवरी हो चुकी हैं. 39 मामले प्रवासी मजदूरों के आये हैं, जो पृथक केंद्र बोधगया में हैं. अब तक कुल 76 पॉजिटिव मामले आये हैं, जिनमें कैमूर के नौ, औरंगाबाद के दो, गया के 49 में आठ, जहानाबाद के 10 में तीन, नवादा के एक व रोहतास के पांच कुल 28 पॉजिटिव मामलों में रिकवरी की जा चुका है और उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है. अब केवल जहानाबाद के सात व गया के 41, कुल 48 पॉजिटिव व 19 संदिग्ध कुल 67 लोगों का इलाज किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को 113 वैसी कोरेंटिन महिलाओं के सैंपल लिए गये हैं, जिनके या तो बच्चे छोटे हैं या तो वे संदिग्ध हैं. 29 मई से शुरू होगा सर्वे29 मई से पल्स पोलियो टीम से पुनः डोर टू डोर सर्वे कराया जायेगा.

डीएम ने डीडीसी किशोरी चौधरी को कहा कि डोर टू डोर सर्वे के दौरान मनरेगा के भी कर्मियों को लगाया जाये, ताकि वैसे लोग जिनका जॉब कार्ड नहीं बना है, उनका जॉब कार्ड बनाते जायेंगे. साथ ही जो छूट गये हैं उनकी स्किल मैपिंग भी कर लेंगे. सिविल सर्जन ने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के पास एक लाख ओआरएस का पैकेट आ गया है. डीएम ने कोरेंटिन सेंटर के लिए 10000 पैकेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये. सिविल सर्जन ने कहा कि जेपीएन अस्पताल में लगातार ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अब प्रतिदिन 400 से 450 लोगों का इलाज किया जा रहा है और इसके लिए पर्याप्त जगह की कमी महसूस की जा रही है. सिविल सर्जन ने कहा कि उन्हीं के परिसर में एक भवन बिजली विभाग को किसी जमाने में दिया गया था. उन्होंने अपना ऑफिस भी शिफ्ट कर लिया है.

लेकिन, कुछ सामान होने का बहाना कर भवन खाली नहीं कर रहे हैं. यदि वह भवन खाली हो जाये, तो मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड लगाया जा सकता है. जिलाधिकारी ने विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा रविशंकर प्रसाद वर्मा को निर्देश दिया कि एसडीओ को आदेश दें कि अपने स्तर से दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त कर वीडियोग्राफी के साथ भवन को खाली करा दें. कोरेंटिन सेंटर के वरीय प्रभारी डीडीसी किशोरी चौधरी ने बताया कि बुधवार को 3048 नये लोग कोरेंटिन सेंटर में आये हैं, जिनमें से 2657 ए श्रेणी के तथा 351 बी श्रेणी के हैं. कोरेंटिन सेंटर से 4842 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है. कुल 46548 लोग कोरेंटिन सेंटर में रह रहे हैं, जिनमें 2671 महिलाएं हैं. बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में नगर आयुक्त सावन कुमार, सहायक समाहर्ता केएम अशोक, डीडीसी किशोरी चौधरी, अपर समाहर्ता मनोज कुमार, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा, सिविल सर्जन डॉ ब्रजेश कुमार सिंह, मगध मेडिकल अधीक्षक डॉ विजय कृष्ण प्रसाद व अन्य मौजूद थे.

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