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सैंपल की आड़ में शहर में नकली दवा का कारोबार !
गया: सोमवार की देर शाम हुई छापेमारी के बाद मंगलवार को आजाद पार्क के पीछे स्थित दवा मंडी की अधिकतर दुकानें बंद रहीं. मंगलवार की दोपहर भी पुलिस व दवा कंपनियों की टीमों ने आजाद पार्क के पीछे लक्ष्मी पैलेस स्थित छह दवा दुकानों की जांच की. इस दौरान न्यू मंटू फार्मा, न्यू सूरज फार्मा, […]
गया: सोमवार की देर शाम हुई छापेमारी के बाद मंगलवार को आजाद पार्क के पीछे स्थित दवा मंडी की अधिकतर दुकानें बंद रहीं. मंगलवार की दोपहर भी पुलिस व दवा कंपनियों की टीमों ने आजाद पार्क के पीछे लक्ष्मी पैलेस स्थित छह दवा दुकानों की जांच की. इस दौरान न्यू मंटू फार्मा, न्यू सूरज फार्मा, रिया फार्मा, तिरुपति फार्मा, सन फार्मा व रीता फार्मा नामक दुकानों में दवाओं की जांच की गयी.
ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि सील की गयीं टिकारी रोड स्थित वर्णवाल मार्केट की दवा दुकानों की एक-एक कर जांच की जा रही है. इस मार्केट में स्थित संतोष कुमार की आदित्य मेडिकल नामक दवा दुकान की जांच के दौरान काफी मात्र में विभिन्न कंपनियों के फिजिशियन सैंपल पाये गये.
सील कर दी गयीं दुकानें
ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार, दवा मंडी में भारी मात्र में फिजिशियन सैंपल जब्त किये गये हैं. ये सभी सैंपल नकली बताये जा रहे हैं. ग्राहकों को विश्वास में लेने के लिए दवाओं के पैकेट पर फिजिशियन सैंपल की मुहर लगा दी गयी है. कुछ ऐसी दवाएं भी मिली हैं, जिन पर निर्धारित कीमत से अधिक की मुहर लगी है. साथ ही, फिजिशियन सैंपल पर भी कीमत की मुहर लगा दी गयी है. इस प्रकार की दवाएं कई दुकानों में भरी पड़ी मिली हैं. एक-एक कर सभी दुकानों की जांच की जा रही है. इसके बाद दुकान को सील किया जा रहा है. दवाओं के वास्तविक मूल्य की जानकारी लेने के लिए मूल्यांकन टीम को गया बुलाया जा रहा है. फिलहाल, टीम ने 12 दुकानों को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सील कर दिया है. ड्रग इंस्पेक्टर ने दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
चौंकानेवाले तथ्य आये सामने
दवा मंडी में छापेमारी के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आयी हैं. गया में बड़े पैमाने पर दवाओं का अवैध कारोबार जारी है. इसमें नकली दवाओं का कारोबार भी शामिल है. नकली दवाओं की विश्वनीयता बढ़ाने के लिए ज्यादातर दवाओं पर फिजिशियन सैंपल की मुहर लगी पायी गयी है. छापेमारी दल में मुस्तफा हुसैन एजेंसी की 11 सदस्यीय टीम शामिल हैं. टीम में शामिल एजेंसी के डायरेक्टर मुस्तफा हुसैन के मुताबिक, मोदी मुंडी फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के सहायक प्रबंधक के हवाले से बताया गया है कि जीएस फार्माबूटर ने बैच नंबर जीजेड0086 की बिटाडीन गारगिल नहीं बनायी है. लेकिन, गया की दवा मंडी से उक्त बैच की मुहर लगी दवाएं बरामद की गयी हैं. इसी प्रकार फिजिशियन सैंपल की मुहर को मिटा कर कई दवाओं पर कीमत अंकित कर दिया गया है. कुछ ऐसी दवाएं भी मिली हैं, जिसका मूल्य बढ़ा कर अंकित किया गया है.
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