सीयूएसबी के डॉ अबोध को प्रेरक शिक्षक सम्मान

गया: दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के शिक्षक डॉ अबोध कुमार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ‘प्रेरक शिक्षक’ सम्मान दिया है. डॉ कुमार नवादा शहर के न्यू एरिया इलाके के रहनेवाले गौरी शंकर सिंह के बेटे हैं. सीयूएसबी के सेंटर फॉर इकोनॉमिक स्टडीज एंड पॉलिसिस के सहायक शिक्षक प्राध्यापक डॉ अबोध कुमार को यह सम्मान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2015 9:26 AM
गया: दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के शिक्षक डॉ अबोध कुमार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ‘प्रेरक शिक्षक’ सम्मान दिया है. डॉ कुमार नवादा शहर के न्यू एरिया इलाके के रहनेवाले गौरी शंकर सिंह के बेटे हैं. सीयूएसबी के सेंटर फॉर इकोनॉमिक स्टडीज एंड पॉलिसिस के सहायक शिक्षक प्राध्यापक डॉ अबोध कुमार को यह सम्मान राष्ट्रपति भवन में छह से 12 जून तक आयोजित ‘इंस्पायर्ड टीचर्स इन रेजिडेंस’ कार्यक्रम के दौरान मिला.

राष्ट्रपति भवन में सात दिवसीय प्रेरक शिक्षक समारोह का आयोजन नयी दिल्ली के जामिया मिलिया इसलामिया विश्वविद्यालय की देख-रेख में किया गया था. सीयूएसबी के जनसंपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने प्रेरक शिक्षक के चयन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनायी गयी थी. इस चयन प्रक्रिया में शामिल स्टूडेंट्स से डॉ अबोध कुमार को सबसे अधिक अंक मिले थे.

इसके बाद कुलपति ने उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भेजा था. पीआरओ ने बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में डॉ कुमार के कुशल शिक्षण कार्य, शांत स्वभाव व सुलभ व्यवहार को काफी सराहा जाता है. डॉ कुमार को राष्ट्रपति से सम्मान मिलने पर विश्वविद्यालय परिवार काफी उत्साहित है. विश्वविद्यालय परिवार को गर्व है कि प्रदेश से यह सम्मान पानेवाला सीयूएसबी एकमात्र विश्वविद्यालय है.

इधर, डॉ अबोध कुमार कहा कि सम्मान पाकर उन्हें बहुत खुशी मिली है. देश भर के 31 केंद्रीय विश्वविद्यालयों से आये शिक्षकों के साथ मुलाकात कर एक-दूसरे के विचार व संस्कृति को जानने-समझने का अनुभव बड़ा ही सुखद रहा. इससे भी दीगर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से मुलाकात की और उनकी हालिया रिलीज फिल्म ‘पीकू’ भी देखी. डॉ कुमार ने राष्ट्रपति से मुलाकात को पारस्परिक विचार-विमर्श को सबसे अनूठा संयोग व सौभाग्य भी बताया. उन्होंने कहा कि महामहिम से मुलाकात की यादें वह जीवन भर नहीं भुला पायेंगे. उन्हें राष्ट्रपति भवन व संसद भवन समेत दिल्ली के ऐतिहासिक धरोहरों का भी भ्रमण कराया गया. जामिया मिलिया इसलामिया के स्टूडेंट्स व राष्ट्रपति भवन में कार्यरत अधिकारियों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति मनमोहक रही. गौरतलब है कि इस साल फरवरी में राष्ट्रपति भवन में आयोजित केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन में राष्ट्रपति ने इंस्पायर्ड टीचर्स इन रेजिडेंस कार्यक्रम की घोषणा की थी.

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