सफल हुए साजिशकर्ता, अपनों ने ही लूटा : अनुज
गया : मतगणना स्थल पर पहले ही राउंड की मतगणना के बाद निवर्तमान विधान पार्षद भाजपा के प्रत्याशी अनुज कुमार सिंह के चेहरे पर हताशा साफ झलकने लगी थी. हालांकि उनका धैर्य उन्हें अंतिम राउंड की मतगणना होने तक बांधे रखा. पहले राउंड की मतगणना के बाद निर्दलीय प्रत्याशी कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू जी निराशा […]
गया : मतगणना स्थल पर पहले ही राउंड की मतगणना के बाद निवर्तमान विधान पार्षद भाजपा के प्रत्याशी अनुज कुमार सिंह के चेहरे पर हताशा साफ झलकने लगी थी. हालांकि उनका धैर्य उन्हें अंतिम राउंड की मतगणना होने तक बांधे रखा.
पहले राउंड की मतगणना के बाद निर्दलीय प्रत्याशी कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू जी निराशा साथ लिये लौट गये थे. लेकिन, अनुज कुमार सिंह हर राउंड के बाद अपनी पराजय भी कबूलते रहे. ‘प्रभात खबर’ से मुखातिब श्री सिंह ने कहा कि साजिशकर्ता सफल हुए. उनका इशारा दो बड़े नेता की ओर था. एक जिनके कंधे पर सवारी कर वह इस मुकाम तक पहुंचे थे. दूसरा एनडीए के एक घटक के नेता व विधान परिषद में उनके साथ सदन में बैठनेवाले नेता की ओर था.
उन्होंने यह भी स्वीकारा कि अरवल, कलेर, घोषी व कुर्था में अपनों ने ही उनकी लुटिया डूबो दी. वहां एनडीए का ही वोट बैंक था. वह गया में पीछे नहीं रहे. शायद यह भी कि जदयू छोड़कर भाजपा में आने का फैसला उन्होंने गलत लिया. भाजपा के पुराने व ग्रास रूट के नेता कार्यकर्ता उन्हें पचा नहीं पा रहे हैं.
और, एक मायने में माने तो यह सही भी है कि वर्षों से भाजपा का झोला ढो रहे नेता ठगा सा रह रहे हैं और मलाई कोई और काट ले जाता है. भाजपा के लिए आनेवाले विधान सभा चुनाव के लिए शायद यह रिजल्ट एक सबक भी दे गया है कि पार्टी में आयातित नेता के सहारे नैया पार नहीं लगनेवाली है.