स्कूली बच्चों ने जाना क्या होता है साइबर क्राइम

गया. डीएवी पब्लिक स्कूल के सीआरआरसी (मेडिकल) में नयी तकनीक के सही इस्तेमाल व साइबर सुरक्षा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. विद्यार्थियों ने सोशल नेटवर्किग, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, फेक कॉल्स, इमेल आदि के तरीके व इसमें होने वाली परेशानियों से निबटने की जानकारी हासिल की. स्टूडेंट्स को इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल, साइबर क्राइम व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2015 7:55 AM
गया. डीएवी पब्लिक स्कूल के सीआरआरसी (मेडिकल) में नयी तकनीक के सही इस्तेमाल व साइबर सुरक्षा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. विद्यार्थियों ने सोशल नेटवर्किग, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, फेक कॉल्स, इमेल आदि के तरीके व इसमें होने वाली परेशानियों से निबटने की जानकारी हासिल की.

स्टूडेंट्स को इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल, साइबर क्राइम व एथिकल हैकिंग की जरूरतों पर जानकारी दी गयी. बनारस से आये साइबर क्राइम कंसलटेंट व हैकिंग एक्सपर्ट संजय मिश्र ने बताया कि पूरी दुनिया में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है. किसी का भी मोबाइल नंबर हैक कर किसी को भी मैसेज किया जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि देश में साइबर लॉ बनाना जरूरी है, ताकि इंटरनेट के गलत इस्तेमाल करनेवालों को रोका जा सके.

बैंकिंग मेल के संदर्भ में जानकारी देते हुए संजय ने कहा कि बैंक द्वारा कोई ऐसा मेल नहीं आता, जिसमें बैंक आपसे अकाउंट नंबर या पासवर्ड मांगे. इसलिए ऐसी कोई जानकारी किसी फोन या इमेल पर नहीं देनी चाहिए. स्कूल के प्राचार्य एके जाना ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला से बच्चे शिक्षा के साथ-साथ इंटरनेट के अनुशासित इस्तेमाल के महत्व को समझ सकेंगे.

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