‘बौद्ध गुरुओं के खिलाफ नहीं हो बयानबाजी’

गया. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में सदस्यों ने कहा कि बौद्धों के गुरु 17वें करमापा उग्येन त्रिणले दोरजी के बारे में पिछले दिनों कुछ बयानबाजी की गयी थी. इससे बौद्धों की भावना आहत हो सकती है. इसका असर बोधगया पर भी पड़ेगा. बोधगया का पर्यटन व्यवसाय भी इससे प्रभावित हो सकता है. लोगों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2015 7:44 AM

गया. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में सदस्यों ने कहा कि बौद्धों के गुरु 17वें करमापा उग्येन त्रिणले दोरजी के बारे में पिछले दिनों कुछ बयानबाजी की गयी थी. इससे बौद्धों की भावना आहत हो सकती है. इसका असर बोधगया पर भी पड़ेगा. बोधगया का पर्यटन व्यवसाय भी इससे प्रभावित हो सकता है.

लोगों ने कहा कि बोधगया पूर्णरूप से बौद्ध श्रद्धालुओं पर आधारित है. व्यक्तिगत कारणों से कोई गलत बयानबाजी करता है, तो सालाना पूजा भी प्रभावित हो सकती है.

उल्लेखनीय है कि दलाई लामा के बारे में कुछ लोगों द्वारा गलत टिप्पणी किये जाने के बाद उन्होंने 10-12 वर्षो तक बोधगया आना छोड़ दिया था.

प्रेसवार्ता में होटल एसोसिएशन, बोधगया के महासचिव संजय सिंह, ग्लोबल एनजीओ एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कुमार, रोटरी क्लब बोधगया अध्यक्ष विवेक कुमार कल्याण, अरुण कुमार ओझा, टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के राकेश कुमार, मनोरंजन प्रियदर्शी, टूर एंड ट्रैवल्स के ब्रजेश कुमार व फुटपाथ दुकानदार संघ के मो शकील मौजूद थे.

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