संत समागम आज से, सैकड़ों लेंगे भाग

गया: बोधगया के पास टेकुना स्थित औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार से तीन दिवसीय संत समागम शुरू हो रहा है. इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति करेंगी. तीन दिनों के इस आयोजन में देश के कोने-कोने से हजारों संत पहुंचेंगे. गुरुवार को यहां एक प्रेस वार्ता में धर्म जागरण समन्वय विभाग के संयोजक व भारतीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2015 2:29 AM
गया: बोधगया के पास टेकुना स्थित औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार से तीन दिवसीय संत समागम शुरू हो रहा है. इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति करेंगी. तीन दिनों के इस आयोजन में देश के कोने-कोने से हजारों संत पहुंचेंगे. गुरुवार को यहां एक प्रेस वार्ता में धर्म जागरण समन्वय विभाग के संयोजक व भारतीय जनता पार्टी की बिहार प्रदेश इकाई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने यह जानकारी दी.

श्री सिंह ने बताया कि समागम के उद्घाटन समारोह में पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती व आचार्य महासभा के सचिव स्वामी परमात्मानंद सरस्वती जी भी शरीक होंगे. इसमें देश के विभिन्न कोने से आनेवाले 1000 प्रमुख संत शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2013 में राजधानी पटना में संत समागम हुआ था. वर्ष 2014 में यह आयोजन वैशाली में हुआ था. वहां 2500 साधु-संत पहुंचे थे.

समरसता, घुसपैठ आदि पर होगी चर्चा : ऊपरोक्त आयोजन के संयोजक श्री सिंह ने कहा कि साधु-संत धर्म के रक्षक होते हैं. धर्म जागरण में उनकी महती भूमिका होती है. समाज को नैतिक बल देना, उसे मजबूती प्रदान करना भी साधु-संतों की जिम्मेवारी है. हाल के वर्षो में घुसपैठ व हिंदुओं के प्रति रची जा रही साजिश की घटनाएं बढ़ी हैं. ऐसे आयोजनों का मकसद साधु-संतों को समाज में हो रही इन गड़बड़ियों से अवगत कराना भी है. बताया गया है कि संत समागम में डेढ़-डेढ़ घंटों के कई सत्र होंगे. यहां सनातन धर्म से जुड़े मसलों पर डिबेट होगा. समरसता की जगह समाज में छुआछूत की भावना पैदा करने और इसे फैलाने की साजिश हो रही है. उन्होंने कहा कि किसी भी ग्रंथ में छुआछूत की भावना रखने जैसी किसी बात का कहीं भी उल्लेख नहीं है.
सर्वाधिक हमले हिंदुओं पर
मीडिया के सामने अपनी बातें रखते हुए श्री सिंह ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा हमले हिंदुओं पर होते रहे हैं. इन दिनों चर्च के जरिये समाज में घुसपैठ काफी तेजी से हो रही है. समाज को तोड़ने की साजिश रची जा रही है. चर्च से जुड़े लोगों व नक्सलियों में रिश्ते हैं. पैसों के बल पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. लव जेहाद की लगातार घटनाएं हो रही हैं और राज्य सरकार इस मामले में निष्क्रिय है. वोट बैंक की राजनीति को लेकर सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण दे रही है. ऐसे माहौल में अब आवश्यकता है कि हिंदुओं को जगाया जाये, ताकि उन्हें न तो कोई तोड़ सके और न ही कोई उनकी जिंदगी में घुसपैठ कर सके.

इसी दृष्टिकोण से संत समागम का आयोजन किया गया है. ी सिंह ने कहा कि धर्म जागरण समन्वय विभाग किसी धर्म का विरोध नहीं करता. लेकिन, हिंदू अपने खिलाफ होनेवाले हमले को बरदाश्त भी नहीं कर सकते. वैसी सभी ताकतों को हर हाल में परास्त करेंगे, जो हिंदुओं को मुश्किल में ेडालने की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा कि देश में जहां भी क्रिश्चियन व मुसलमान हैं, वहां एक अजीब प्रकार का माहौल बन रहा है, एक अजीब समाज पनप रहा है. देश व समाज के लिए नुकसानदेह ऐसी विकृतियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए ही संत समागम आयोजित हो रहा है. साधु-संत जागेंगे, तो समाज भी सजग होगा, आगे बढ़ेगा. साथ ही हिंदू समाज संगठित होकर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा. हिंदू विश्व गुरु था और आगे भी रहेगा.

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