पढें गया के परिवर्तन रैली में नरेंद्र मोदी के अलावा किन-किन नेताओं ने लालू-नीतीश पर साधा निशाना

गया:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गया के गांधी मैदान से परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए सत्तारुढ़ दल जदयू और गंठबंधन में शामिल राजद पर जोरदार हमला किया. इस रैली में केंद्रीय मंत्री समेत, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ एनडीए के कई सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद थे. नरेंद्र मोदी के अलावा एनडीए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2015 2:48 PM

गया:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गया के गांधी मैदान से परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए सत्तारुढ़ दल जदयू और गंठबंधन में शामिल राजद पर जोरदार हमला किया. इस रैली में केंद्रीय मंत्री समेत, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ एनडीए के कई सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद थे. नरेंद्र मोदी के अलावा एनडीए गंठबंधन के कई नेताओं ने भी जदयू-राजद गंठबंधन को आड़े हाथ लिया.गौरतलब है कि यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री व हम के प्रमुख जीतन राम मांझी का है.

इस रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, जंगल राज बिहार छोड़कर बाहर जाए और यहां भाजपा की सरकार बने. शाह ने मंच से बिहार की जनता से सबसे पहले पूछा कि आप सभी चाहते हैं कि बिहार मे एनडीए का शासन हो. बिहार में बड़ी इडस्ट्री लगे, बिहार के युवाओं को बाहर जाकर काम ना करना पड़े. तो एनडीए गंठबंधन को सत्ता में लाना होगा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी सभी गांवों में बिजली और पीने पहुंचाना चाहते हैं. एनडीए की सरकार यह सब करना चाहती है लेकिन इसके लिए आपके सहयोग की जरुरत है.

परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय ने सत्ता परिवर्तन पर जोर देते हुए लोगों को दोनों हाथ उठाकर संकल्प लेने का कहा. उन्होंने कहा कि आप संकल्प लें कि एनडीए विधायकों को जीताकर भेजेंगे. हम इस विधानसभा चुनाव में सत्ता बदलना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि विकास हो, बेरोजगारी हटे, बिहार भी दूसरे विकसित राज्यों के साथ खड़ा हो.

लोजपा सांसद और नेता राम बिलास पासवान ने मंच पर सबसे पहले सिपाहियों को कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं पर डंडे मत चलाइये हमारे कार्यकर्ता है जोश में हैं और होश में ही है. लोजपा प्रमुख ने कहा, आज जूता बनाने वाले के बेटे के पैर में हवाई चप्पल नहीं है. साफ सफाई करने वाले को गंदगी में गुजारा करना पड़ता है, महल बनाने वाले बेघर है. हम गरीबों के घरों में दिया जलाने के लिए हैं. लालू और नीतीश की सरकार कालिया नाग बनकर बैठी है नरेंद्र मोदी जी मथुरा से कृष्ण बनकर चले हैं. सरकार कई काम कर रही है ठोंगा वालों के लिए ढेले खोमचा लगाने वालों के लिए योजनाएं ला रही है. रामबिलास पासवान ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा, आप एक खास जाति के नेता बनते हैं लालू जी हमारे पास रामकृपाल यादव जैसे कई नेता हैं. लालू जी आप नीतीश कुमार के चरण में जाकर गिर गये हो. दोनों एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं नीतीश कहते हैं लालू नाग है, लालू कहते हैं नीतीश जहर है. नीतीश ने कई योजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद नहीं की. ये वहीं नीतीश हैं जिन्होंने जार्ज फर्नांडीस को बेइज्जत करके निकाला है.

भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कौन करेगा इन पर एतबार मांझी के हाथ से छिन लिया पतवार. सुशील कुमार मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ हुए अन्याय का जिक्र किया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर फाड़ने से कुछ नहीं होगा. वह लोगों के दिलों मे रहते हैं. हमें पांच साल का वक्त चाहिए हम बिहार को हरियाणा और पंजाब जैसा राज्य बनाकर दिखायेंगे.

पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी ने रैली को मगही में संबोधित किया. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार कुर्सी के लिए बेचैन रहते हैं. मेरे निर्णय को उन्होंने गलत बताया लेकिन मेरे 34 में से 9 निर्णय को लागू कर दिया. जो आदमी कुर्सी के लिए बेचैन रहता है उसका न्याय आप लोग करें. नीतीश कुमार अपनी जाति के लोगों को आगे बढ़ा रहे हैं सबसे बड़े जातिवाद तो वहीं कहते हैं. हमारा बिहार कभी उनके झांसे में नहीं आयेगा. नीतीश कुमार को हरायें झांसे में ना आयें. कई योजनाएं अभी भी जस के तस पड़ी है. कई योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम किया था लेकिन उन्होंने रोक दिया.

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने भी रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इस भारी भीड़ को देखकर लगता है यह रैली नहीं रैला है. साफ है कि सभी ने परिवर्तन का मन बना लिया है. विपक्षियों को भी इस बात का अहसास हो गया है. इतने सालों में बड़े और छोटे भाई( लालू- नीतीश) का शासन रहा. इस दौरान विकास का कोई काम नहीं हुआ. उपेन्द्र कुशवाहा ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने एक बयान दिया कि हम 1990 का बिहार नहीं बनने देंगे. कुशावाहा ने कहा, हम ऐसा बिहार बनाना चाहते हैं जिसमें किसानों को पानी मिले. बरोजगारों को नौकरी मिले. शिक्षा मिले. सबको रोटी मिले. इस मंच से जातिय जनगणना पर सफाई देते हुए कहा, उसे जारी किया जाए लेकिन गणना पूरा होने के बाद. विरोधियों के पास मुद्दा नहीं है इसलिए ऐसे मुद्दे खोजकर आपको गुमराह कर रहे हैं.

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