बिहार में चुनाव नहीं आंदोलन : दीपंकर

गया. केंद्र व राज्य सरकार दोनों ने बिहार की जनता के साथ खिलवाड़ किया है. इस बार यहां की जनता विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका में वोट देगी. दोनों सरकारों से मुक्ति के लिए जनता इस चुनाव को आंदोलन के रूप में ले रही है. इस चुनाव को वामपंथी दल भी आंदोलन मान रहे हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2015 8:00 AM
गया. केंद्र व राज्य सरकार दोनों ने बिहार की जनता के साथ खिलवाड़ किया है. इस बार यहां की जनता विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका में वोट देगी. दोनों सरकारों से मुक्ति के लिए जनता इस चुनाव को आंदोलन के रूप में ले रही है. इस चुनाव को वामपंथी दल भी आंदोलन मान रहे हैं.

ये बातें गुरुवार को उपहार गेस्ट हाउस में भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन में कही. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि वामपंथी दल इस बिहार विधानसभा चुनाव में ‘भूमि सुधार सबको रोजगार’ का नारा लेकर जनता के बीच जायेंगे. इस बार किसी भी सरकार के पक्ष में हवा नहीं है. ऐसे में वाम दल ही तीसरी ताकत होंगे. उन्होंने बताया कि सभी गंठबंधनों में टिकट को लेकर मारामारी है. वामपंथी दलों ने इस बार बिहार के सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़ा किया है. इसमें भाकपा-माले 95 सीट पर चुनाव लड़ रही है.

चुनाव में चार चरणों के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गयी है. पांचवें चरण के उम्मीदवारों की सूची एक-दो दिन में जारी कर दी जायेगी. इस बार वामपंथी दलों द्वारा विधानसभा क्षेत्र स्तर पर भी स्थानीय समस्याओं को समायोजित कर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया जायेगा. इस मौके पर भाकपा-माले के जिला सचिव निरंजन कुमार, पार्टी के टिकारी प्रत्याशी रीता वर्णवाल, बाराचट्टी प्रत्याशी श्रीचंद दास, गुरुआ प्रत्याशी उपेंद्र यादव, इमामगंज प्रत्याशी शंकर पासवान व शेरघाटी शीला वर्मा आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version