गया के जंगल में माओवादियों की खोज

गया: औरंगाबाद में भाकपा-माओवादी हमले के बाद संयुक्त रूप से कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इस ऑपरेशन में गया जिले के पुलिस पदाधिकारियों, एसटीएफ, सीआरपीएफ व कोबरा को जवानों को लगाया गया है. इसका नेतृत्व गया के एएसपी (नक्सल) शंभु प्रसाद कर रहे हैं. गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2013 8:30 AM

गया: औरंगाबाद में भाकपा-माओवादी हमले के बाद संयुक्त रूप से कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इस ऑपरेशन में गया जिले के पुलिस पदाधिकारियों, एसटीएफ, सीआरपीएफ व कोबरा को जवानों को लगाया गया है. इसका नेतृत्व गया के एएसपी (नक्सल) शंभु प्रसाद कर रहे हैं.

गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि माओवादियों के गढ़ के रूप में चर्चित बरहा-छकरबंधा के जंगली इलाकों में चार पुलिस कैंप खोले गये हैं. इन पुलिस कैंपों की मदद से जंगल में पुलिस की गतिविधियां तेज हुई, तो माओवादियों में बौखला गये. गुरुवार की देर शाम औरंगाबाद में किया गया हमला उनकी निराशा का परिचायक है. घटना के बाद गया व औरंगाबाद की सीमा पर माओवादियों की धर-पकड़ के लिए कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया गया है.

शेरघाटी व टिकारी में भी चौकसी
औरंगाबाद जिले की सीमा पर स्थित गया जिले के शेरघाटी व टिकारी अनुमंडल के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गयी है. गांवों में हो रही गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. हर थाने की पुलिस को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. पैट्रोलिंग के समय कम से कम वाहनों का प्रयोग करने की हिदायत पुलिस पदाधिकारियों को दी गयी है. विशेष रूप से कच्ची रोड वाले गांवों में प्रवेश करने समय मुख्य पथ का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया गया है.

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