किताब की जगह मेले में कटोरा लिये घूम रहे बच्चे
गया:पितृपक्ष मेले में आये पिंडदानियों को कई पिंडवेदियों पर बाल भिखारियों के कारण फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. पिंडदान के बाद वेदियों से विदा लेनेवाले यात्रियों को भिखारियों के झुंड का सामना करना पड़ रहा है. मुख्य रूप से सीताकुंड व ब्रह्मयोनि के समीप बाल भिखारियों की संख्या ज्यादा है. किताबों के साथ […]
गया:पितृपक्ष मेले में आये पिंडदानियों को कई पिंडवेदियों पर बाल भिखारियों के कारण फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. पिंडदान के बाद वेदियों से विदा लेनेवाले यात्रियों को भिखारियों के झुंड का सामना करना पड़ रहा है. मुख्य रूप से सीताकुंड व ब्रह्मयोनि के समीप बाल भिखारियों की संख्या ज्यादा है. किताबों के साथ समय गुजारने की उम्र में बच्चे हाथों में कटोरा लेकर यात्रियों के समक्ष खड़े नजर आ रहे हैं.
कई बार ऐसी स्थिति भी बन जा रही है कि पिंडदानियों के साथ बाल भिखारियों की टोली जोर-जबरदस्ती भी करने पर उतारू हो जा रहे हैं. इस कारण उनकी परेशानी बढ़ जा रही है. हालांकि, मेला ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों की मौजूदगी से पिंडदानियों को थोड़ी
राहत तो मिल जा रही है, पर बाल भिखारियों की बढ़ती फौज नि:संदेह चिंताजनक है.