… तू शक्ति बेमिसाल है

… तू शक्ति बेमिसाल है (नवरात्र पर कविता व साथ में पेंटिंग व पूजा की तसवीर)है चंड तू प्रचंड तू, खुद का बन घमंड तूतू आग है, तू काल है, तू शक्ति बेमिसाल हैलाज आैर शर्म हटा, झिझक काे तू पटक जराघूमती हैं नजरें जाे, तुम्हारे इर्द-गिर्द हीक्राेध के प्रवाल से, नैनाे के जवाल सेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2015 11:34 PM

… तू शक्ति बेमिसाल है (नवरात्र पर कविता व साथ में पेंटिंग व पूजा की तसवीर)है चंड तू प्रचंड तू, खुद का बन घमंड तूतू आग है, तू काल है, तू शक्ति बेमिसाल हैलाज आैर शर्म हटा, झिझक काे तू पटक जराघूमती हैं नजरें जाे, तुम्हारे इर्द-गिर्द हीक्राेध के प्रवाल से, नैनाे के जवाल सेकर दे इनकाे भस्म तू, है चंड तू प्रचंड तूखुद का बन घमंड तू, है बढ़े-चढ़े नयननजरें बेधतीं बदन, सवाल तू बवाल तूखुद का बन जा ढाल तू, ये तुच्छ हैं सहम न तूमांग अब रहम न तू, जाे पाप की नजर उठेजाे तेरी आेर कदम बढ़े, दंत नख के वार सेतू फाड़ दे तू चीर दे, न गिड़गिड़ा न डगमगाबन के शेरनी जरा, ले जाेर से दहाड़ तूहै चंड तू प्रचंड तू, खुद का बन घमंड तूनैनाे से झरे न नीर, कि पीना इनकाे सीख तूबन के भव्य शंखनाद, विश्व भर में गूंज तूतू ही शक्तिपूंज है, प्रेम का तू कुंज हैतू शीत भी जवाल भी, तू धैर्य है तू शाैर्य भीहै चंड तू प्रचंड तू, खुद का बन घमंड तूये वक्त गूंज-गूंज कर, देवगीत गा रहादेवी दुर्गा ही रहीं, महिषा असुर कहला रहा. पूजा

Next Article

Exit mobile version