फर्जी निकासी का उठा मामला
गया: डीएम के जनता दरबार में गुरुवार को लगभग दो सौ फरियादी पहुंचे. डुमरिया प्रखंड की भंगिया पंचायत के मनरेगा मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे. इनकी संख्या करीब 80 की थी. उनकी शिकायत भंगिया पंचायत की मुखिया किरण देवी से थी, जिसके बारे में उनका कहना है कि मनरेगा मजदूरों से काम करा कर वह पिछले […]
गया: डीएम के जनता दरबार में गुरुवार को लगभग दो सौ फरियादी पहुंचे. डुमरिया प्रखंड की भंगिया पंचायत के मनरेगा मजदूर डीएम कार्यालय पहुंचे. इनकी संख्या करीब 80 की थी.
उनकी शिकायत भंगिया पंचायत की मुखिया किरण देवी से थी, जिसके बारे में उनका कहना है कि मनरेगा मजदूरों से काम करा कर वह पिछले 10 महीने से पैसा नहीं दे रही हैं. पौधारोपण योजना के 87 लाख रुपये की मुखिया द्वारा फर्जी निकासी कर ली गयी है. उनका यह भी कहना है कि मुखिया के पति काफी दबंग हैं, जिनका झारखंड के कई जगहों पर गोलमाल किये पैसे से बंगले भी हैं. हालांकि मजदूरों को जिला पदाधिकारी बाला मुरुगन डी से नहीं मिलने दिया गया.
गेट पर ही उन मजदूरों को रोक दिया गया. मजदूरों का कहना था कि वह अपनी मांग को लेकर तीन अक्तूबर को भी डीएम के जनता दरबार में आये थे. लेकिन, अब तक कुछ भी नहीं हुआ. हालांकि, जन शिकायत कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने मुखिया को आठ अक्तूबर को पत्र भेज कर स्थिति स्पष्ट करने को लिखा है. मजदूरों का कहना है कि मुखिया, मुखिया के पति, पंचायत सेवक व विकास पदाधिकारी मिल कर पैसे की बंदरबांट कर लिये हैं.
डीएम को भेजे आवेदन में 407 मजदूरों के हस्ताक्षर हैं. मजदूरों ने बताया कि बीडीओ शंभू चौधरी से सूचना के अधिकार के तहत इस संबंध में मांग करने पर वह आवेदन लेने से मना कर दे रहे हैं. डीएम के जनता दरबार में घरेलू हिंसा, आंगनबाड़ी, मनरेगा, इंदिरा आवास में गड़बड़ी से संबंधित मामले आये.