गया. स्नातक प्रशिक्षित आवेदक शिक्षक संघ के संस्थापक अध्यक्ष संजय कुमार पांडेय ने आरोप लगाया कि सरकार स्नातक प्रशिक्षित आवेदक शिक्षकों के साथ दोहरी नीति अपना रही है.
वह एक ओर प्रशिक्षितों को बहाली करने का आश्वासन देती है, तो दूसरी ओर सरकार के सचिव प्रशिक्षित नहीं होने का झूठा बहाना बना रहे हैं. वह रविवार को गांधी मंडप में संघ की बैठक को संबोधित कर रहे थे. श्री पांडेय ने कहा कि संघ का एक शिष्टमंडल 21 अगस्त को तत्कालीन शिक्षामंत्री से मिला था.
उन्होंने प्रशिक्षितों की बहाली का आश्वासन दिया था. इस पर अब तक अमल नहीं किया गया. सरकारी तंत्र इस मामले में टाल-मटोल की नीति अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्नातक प्रशिक्षित आवेदक शिक्षक दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. सरकार द्वारा बार-बार नियमावली परिवर्तन कर बहाली की जा रही है. शिक्षक बनने की आस में प्रशिक्षित अभ्यार्थी 60 साल गुजार देते हैं. उन्होंने कहा कि संघ अपनी मांग पूरी कराने के लिए रणनीति तैयार कर आंदोलन शुरू करेगा. इसके लिए संघ की आगामी बैठक आठ नवंबर को बुलायी गयी है. बैठक में मोहम्मद अजहर, ब्यूटी कुमारी, पुष्पा सिन्हा, सुषमा कुमारी सिंह व अन्य मौजूद रहे. धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार ने किया.