आतंक के साये में कष्ठा-पंडितबिगहा के लोग
आतंक के साये में कष्ठा-पंडितबिगहा के लोगपूछताछ में भी पुलिस को कुछ नहीं बता रहे गांववाले फोटो-वरीय संवाददाता, गयाशहर के गांधी मैदान से मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर कष्ठा-पंडितबिगहा सहित आसपास के गांव के लोग वर्षों से डर के साये में रह रहे हैं. इससे पुलिस के वरीय अधिकारी पूरी तरह अनभिज्ञ थे. फिलहाल, […]
आतंक के साये में कष्ठा-पंडितबिगहा के लोगपूछताछ में भी पुलिस को कुछ नहीं बता रहे गांववाले फोटो-वरीय संवाददाता, गयाशहर के गांधी मैदान से मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर कष्ठा-पंडितबिगहा सहित आसपास के गांव के लोग वर्षों से डर के साये में रह रहे हैं. इससे पुलिस के वरीय अधिकारी पूरी तरह अनभिज्ञ थे. फिलहाल, शनिवार की रात सात बजे पत्रकार मिथिलेश कुमार पांडेय की हत्या के बाद गांव में सुरक्षा को लेकर दो हाेमगार्डों की तैनाती कर दी गयी है. शुक्रवार की सुबह से ही जिला मुख्यालय से अधिकारियों का आना-जाना उस इलाके में शुरू हुआ, तो पुलिस के वरीय अधिकारियों ने कष्ठा-पंडितबिगहा इलाके में व्याप्त आतंक को बड़े ही नजदीक से महसूस किया. शहर से कष्ठा-पंडितबिगहा की दूरी टावर चौक से मगध मेडिकल कॉलेज की दूरी के बराबर है. लेकिन, उस इलाके में लोग शूटरों के आतंक से कितना भयभीत हैं, इसकी सच्चाई से अवगत होकर पुलिस के वरीय अधिकारी काफी अचंभित हैं. पुलिस के कई वरीय अधिकारी कष्ठा-पंडितबिगहा इलाके का अब तक कई बार भ्रमण कर चुके हैं. लेकिन, उन्हें अब भी आश्चर्य हो रहा है कि शहर से इतनी कम दूरी पर ये इलाके हैं और वहां अातंक का माहौल है.लोगों की खामोशी से एसएसपी का ठनका माथाएसएसपी मनु महाराज ने पत्रकार हत्याकांड पर चर्चा करते हुए बुधवार को बताया कि वह खुद कष्ठा-पंडितबिगहा गांव का दौरा कर चुके हैं. लेकिन, वहां लोगों की खामोशी देख अचंभा है. पत्रकार की हत्या से जुड़े तथ्यों पर कई लोगों से बातचीत करने की कोशिश की. लेकिन, किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. यह उनके लिए आश्चर्यजनक पहलू था. लोगों की खामोशी ही बयां कर रही थी कि इस इलाके के लोग अपने आप को महफूज महसूस नहीं करते हैं, जबकि शहर से कष्ठा-पंडितबिगहा की दूरी काफी कम है. यहां सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति देख ऐसा लगता है कि वहां दीपक तले अंधेरा है. शहर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं और शहर के बार्डर पर बसे कष्ठा-पंडितबिगहा में आतंक का माहौल है.हाल के वर्षों में हुई हैं पांच हत्याएं : एसएसपीपत्रकार हत्याकांड के मामले में छानबीन में कष्ठा-पंडितबिगहा के इलाके में हुई आपराधिक घटनाओं के बारे में तरह-तरह की जानकारियां मिल रही हैं. कष्ठा-पंडितबिगहा के पास हाल के दो-तीन वर्षों में पांच (उपेंद्र यादव, झिकटिया के बालगोविंद प्रसाद, कष्ठा के शिवकुमार उर्फ शिवा साव, देवधारी शर्मा व पत्रकार मिथिलेश कुमार पांडेय) हत्याएं हो चुकी हैं. यह भी एक गंभीर मसला है. इन सभी हत्याकांड की फाइलों को एकत्र किया जा रहा है. पत्रकार हत्याकांड की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इन फाइलों की जांच करेगी.कुख्यातों की भी खंगाली जा रही कुंडलीएसएसपी ने बताया कि उस इलाके में पूर्व के वर्षों से कुख्यातों की गिनती में सत्येंद्र यादव, संतोष व संजय सहित कई लोगों का नाम सामने आया है. खुफिया सूत्रों के अनुसार, इनके कारनामों से परैया थाने की पुलिस भी काफी परेशान रहती थी. ऐसे सभी लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है. साथ ही, एक-एक कर उन्हें हिरासत में लेकर कई बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है. एसएसपी ने कहा कि इस इलाके से आतंकराज हर हाल में दूर होगा. जिस प्रकार नक्सली इलाके में कांबिंग ऑपरेशन चला कर माओवादियों पर नकेल कसा, उसी प्रकार कष्ठा-पंडितबिगहा इलाके में एक अभियान चला कर कुख्यातों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी गयी है.सभी गैर-कानूनी धंधों पर लगेगी पाबंदीएसएसपी ने बताया कि कष्ठा-पंडितबिगहा सहित परैया थाना इलाके में शराब के कई अवैध अड्डे चलने की भी सूचना मिली है. इसके अलावा कई गैर-कानूनी धंधों के भी फलने-फूलने की सूचना मिली है. ऐसे सभी गैर कानूनी धंधों पर रोक लगायी जायेगी.