पांच करोड़ से ढिबराही पोखर के बहुरेंगे दिन
पांच करोड़ से ढिबराही पोखर के बहुरेंगे दिनपर्यटन विभाग ने पोखर के जीर्णोंद्धार के लिए दिये एक करोड़ रुपयेसंवाददाता, बोधगयाअंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में तालाबों की घटती संख्या से चिंतित नगर पंचायत ने अब पुराने व अस्तित्व खोन के कगार पर पहुंच चुके तालाबों के जीर्णोंद्धार की योजना बनायी है. इसके तहत सुजाता बाइपास रोड […]
पांच करोड़ से ढिबराही पोखर के बहुरेंगे दिनपर्यटन विभाग ने पोखर के जीर्णोंद्धार के लिए दिये एक करोड़ रुपयेसंवाददाता, बोधगयाअंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में तालाबों की घटती संख्या से चिंतित नगर पंचायत ने अब पुराने व अस्तित्व खोन के कगार पर पहुंच चुके तालाबों के जीर्णोंद्धार की योजना बनायी है. इसके तहत सुजाता बाइपास रोड स्थित ढिबराही पोखर को चकाचक करने की दिशा में पहल शुरू कर दी गयी है.नगर पंचायत कार्यालय के अनुसार, ढिबराही पोखर में घाट बनाने व उसके सौंदर्यीकरण के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग ने एक करोड़ रुपये नगर पंचायत को मुहैया कराये हैं. विधानसभा चुनाव के बाद तालाब के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया जायेगा. गौरतलब है कि बोधगया का विस्तार महाबोधि मंदिर की परिधि में मुख्य रूप से पश्चिम, उत्तर व दक्षिण दिशा में हो रहा है. सुजाता बाइपास के आसपास बौद्ध मठों व होटलों की संख्या भी बढ़ रही है. 17वें ग्यालवा करमापा उज्ञेन त्रिनले दोरजे के नेतृत्व में हाल के वर्षों में काग्यु मोनलम चेन्मो का भी आयोजन सुजाता बाइपास रोड स्थित तेरगर मोनास्टरी में ही किया जा रहा है. इसमें 100 से ज्यादा देशों के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं. ढिबराही पोखर भी तेरगर मोनास्टरी के पास ही है. इसे विकसित कर बोधगया आनेवाले पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है. माया सरोवर की भी स्थिति चिंताजनक है. उसका पानी सूख रहा है. ऐसे में ढिबराही पोखर को दुरुस्त करना पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए भी उपयोगी होगा. इसी के मद्देनजर नगर पंचायत ने पहले ढिबराही पोखर को चकाचक करने की योजना बनायी है. इसके लिए नगर पंचायत अध्यक्ष प्रीति सिंह व उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह प्रयासरत हैं.