जैसे-तैसे खड़े होते हैं वाहन

जैसे-तैसे खड़े होते हैं वाहन फोटो- बोधगया 02- एमयू के सोशल साइंस भवन के बाहर खड़े शिक्षक, कर्मचारी व स्टूडेंट्स के वाहन.फ्लैग – कुव्यवस्था. मगध विश्वविद्यालस में नहीं है एक अदद पार्किंगअनियंत्रित ढंग से वाहनों को खड़ा किये जाने से शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी संवाददाता, बोधगयामगध विश्वविद्यालय को नैक का दर्जा दिलाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 11:10 PM

जैसे-तैसे खड़े होते हैं वाहन फोटो- बोधगया 02- एमयू के सोशल साइंस भवन के बाहर खड़े शिक्षक, कर्मचारी व स्टूडेंट्स के वाहन.फ्लैग – कुव्यवस्था. मगध विश्वविद्यालस में नहीं है एक अदद पार्किंगअनियंत्रित ढंग से वाहनों को खड़ा किये जाने से शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी संवाददाता, बोधगयामगध विश्वविद्यालय को नैक का दर्जा दिलाने को लेकर इसके भवनों की मरम्मत व रंग-रोगन पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये, लेकिन एमयू कैंपस में एक अदद पार्किंग स्थल नहीं बनाया जा सका. कैंपस में पार्किंग के लिए निर्धारित जगह नहीं होने के कारण यहां आनेवाले लोगों के साथ-साथ शिक्षकों व स्टूडेंट्स को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है. सभी पीजी विभागों के बाहर अव्यवस्थित तरीके से वाहन खड़े रहते हैं, जिससे स्टूडेंट्स, शिक्षकों व कर्मचारियों को अपने वाहन निकालने में परेशानी होती है. उन्हें पीछे खड़े वाहनों के हटने का इंतजार करना पड़ जाता है, जिससे अन्य कामकाज बाधित हो जाता है. पिछले दिनों सोशल साइंस भवन के बाहर काफी संख्या में जैसे-तैसे खड़े वाहनों के बीच दो छात्राओं की स्कूटी फंस गयीं. छात्राओं की क्लास खत्म हो चुकी थी, पर उनकी स्कूटी के पीछे खड़े कई बाइकों के कारण वे अपने वाहन बाहर नहीं निकाल पा रही थीं. इसी तरह हर दिन अन्य छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को भी वाहन पार्किंग को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता है. हालांकि, कुलपति प्रो एम इश्तियाक ने एमयू कैंपस में पार्किंग स्थल बनाने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक इस दिशा में काम शुरू नहीं किया जा सका है. यही स्थिति प्रशासकीय भवन व अन्य विभागों के पास भी देखने को मिल रही है.

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