74.12 लाख की अवैध निकासी

74.12 लाख की अवैध निकासी फ्लैग — हेरा-फेरी. गया के इनकम टैक्स ऑफिस में फिर फर्जीवाड़ाएसबीआइ अधिकारी सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्जपहले भी हो चुकी है एक करोड़ 25 लाख 29 हजार रुपये की अवैध निकासी वरीय संवाददाता, गयाअभी शहर के राय काशीनाथ मोड़ के पास स्थित इनकम टैक्स ऑफिस से एक करोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2015 10:44 PM

74.12 लाख की अवैध निकासी फ्लैग — हेरा-फेरी. गया के इनकम टैक्स ऑफिस में फिर फर्जीवाड़ाएसबीआइ अधिकारी सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्जपहले भी हो चुकी है एक करोड़ 25 लाख 29 हजार रुपये की अवैध निकासी वरीय संवाददाता, गयाअभी शहर के राय काशीनाथ मोड़ के पास स्थित इनकम टैक्स ऑफिस से एक करोड़ 25 लाख 29 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले को निगरानी विभाग को सौंपने की प्रक्रिया की जा रही थी कि एक फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस बार इनकम टैक्स कार्यालय से 74 लाख 12 हजार रुपये की अवैध निकासी की गयी है. इस मामले में इनकम टैक्स ऑफिसर (वार्ड-2 व 3) नीरज रस्तोगी ने सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस मामले में सीनियर टैक्स सहायक (गया शहर के मुरारपुर मुहल्ले के मसजिद के पास रहनेवाले) एसएम हसन, उनकी पत्नी नाजिया सबा, उनके साले सरफ इकबाल, फराज मोहम्मद, रौनक खातून, शारिक इमाम, मोहम्मद इकराम, मोहम्मद कमरान, शाहिल, शाकिर, मोहम्मद शाकिब, सैयद अजहर, अशर इमाम, बिंदशमां कौसिन, मोहम्मद इरफान, सीमा कादिरी व भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की मुख्य शाखा के अधिकारी डीके चौधरी सहित कुल 17 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.39.60 लाख का फर्जीवाड़ा करनेवाला गिरफ्तार सिविल लाइंस इंस्पेक्टर उदय कुमार ने बताया है कि एफआइआर में इनकम टैक्स ऑफिसर नीरज रस्तोगी ने कहा है कि इनकम टैक्स रिफंड के 34 लाख 52 हजार रुपये का भुततान शरफ इकबाल के खाते में, जबकि 39 लाख 60 हजार रुपये का भुगतान मोहम्मद फराज के खाते में किया गया. इस फर्जीवाड़े के आरोपित मोहम्मद फराज को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया. मामले की जांच की जिम्मेवारी सब इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार सिंह को सौंपी गयी है. इस मामले में तकनीकी जांच की भी जरूरत है. उन्होंने बताया कि इसी प्रकार के फर्जीवाड़े की प्राथमिकी इनकम टैक्स ऑफिसर नीरज रस्तोगी ने गत सात सितंबर को भी दर्ज करायी थी. उस समय प्राथमिकी में एक करोड़ 25 लाख 29 हजार रुपये का फर्जीवाड़ा बताया गया था. निगरानी विभाग करेगा फर्जीवाड़े की जांच!इनकम टैक्स कार्यालय सूत्रों की मानें, तो गया स्थित इनकम टैक्स कार्यालय से करोड़ों रुपये के हुए फर्जीवाड़े की जांच निगरानी विभाग का सौंपने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. निगरानी की जांच के बाद ही इस मामले का सही खुलासा हो सकेगा.

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