झिझक को पीछे छोड़ा, तो मिला सम्मान

झिझक को पीछे छोड़ा, तो मिला सम्मान महिला मतदानकर्मी प्रशस्ति पत्र से सम्मानितजिले के सात मतदान केंद्राें की कमान थी महिलाआें के हाथों मेंफाेटाे-मुख्य संवाददाता, गयाआदर्श मतदान केंद्र पर लगायी गयीं महिला मतदानकर्मियाें व अधिकारियों को जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, उनका हौंसला बढ़ाया. उल्लेखनीय है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 10:29 PM

झिझक को पीछे छोड़ा, तो मिला सम्मान महिला मतदानकर्मी प्रशस्ति पत्र से सम्मानितजिले के सात मतदान केंद्राें की कमान थी महिलाआें के हाथों मेंफाेटाे-मुख्य संवाददाता, गयाआदर्श मतदान केंद्र पर लगायी गयीं महिला मतदानकर्मियाें व अधिकारियों को जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, उनका हौंसला बढ़ाया. उल्लेखनीय है कि शहर के सात मतदान केंद्राें की कमान पूरी तरह महिलाआें के हाथों में थी. सुरक्षा का जिम्मा पुलिस अधिकारी व महिला सिपाहियों ने संभाल रखी थी. ये केंद्र सूबे के लिए आदर्श बन गये. जिला प्रशासन की नयी पहल की हर जगह सराहना हुई. डीएम ने बुधवार काे इन सात आदर्श केंद्राें पर लगाये गये महिला मतदानकर्मी, महिला पुलिस अधिकारी, पुलिस बल, वेबकास्टिंग दल, मेडिकल टीम व पाेलिंग एजेंट काे प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया. उन्हाेंने कहा कि सूब में ही नहीं, बल्कि देश में भी पहला मौका है, जब किसी मतदान केंद्र की कमान महिलाओं के हाथ में रही हो. महिला सशक्तीकरण का इससे अच्छा उदाहरण आैर कहां देखने काे मिलेगा. इधर, सम्मानित होकर खुश महिलाओं ने डीएम का आभार जताया और कहा कि उनकी प्रेरणा व सहयोग से ऐसा संभव हो पाया. महिलाओं ने कहा कि चुनाव से पहले झिझक थी, लेकिन डीएम की प्रेरणा से काम आसान हो गया. पहली बार इस तरह का काम करने का माैका मिला. चुनाव में मतदान को लेकर काफी उत्साह था. ऐसे ही साेच से महिलाएं सशक्त हाे सकती हैं. तबस्सुम परवीन, केंद्रीय विद्यालय (टू)जिलाधिकारी महोदय की प्रेरणा की बदाैलत सेवा करने का मौका मिला. मतदान कराने में हिस्सा लेकर बड़ी खुशी हुई. अब तो सम्मान भी मिला. रूमाना परवीन, उर्दू कन्या उच्च विद्यालय, मारूफगंजमहिलाआें के लिए मतदान कार्य बड़ा अद्भुत सा लगता था. डीएम के साेच ने पूरी तरह बदल दिया. डीएम साहब की प्रेरणा से काम आसान हो गया. नीलाेफर नाहिद, उर्दू मध्य विद्यालय, गेवाल बिगहाडीएम के सकारात्मक प्रयास से पहली बार मतदान कार्य में भाग लिया. यह सीखने काे मिला कि महिलाआें के लिए काेई भी काम भारी नहीं. किरण बाला, प्लस टू राजकीय उच्च विद्यालय, रमना

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