इमामगंज और टिकारी में बड़ी उलटफेर

इमामगंज और टिकारी में बड़ी उलटफेर उदय नारायण चौधरी और अनिल कुमार की हार तय वरीय संवाददाता, गया जिले के दो विधानसभा इमामगंज और टिकारी में इस बार बड़ी उलटफेर हो गयी है. इमामगंज से पिछले चार बार से विधायक रहे विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और टिकारी विधानसभा से दो बार से विधायक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 7:00 PM

इमामगंज और टिकारी में बड़ी उलटफेर उदय नारायण चौधरी और अनिल कुमार की हार तय वरीय संवाददाता, गया जिले के दो विधानसभा इमामगंज और टिकारी में इस बार बड़ी उलटफेर हो गयी है. इमामगंज से पिछले चार बार से विधायक रहे विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और टिकारी विधानसभा से दो बार से विधायक रहने अनिल कुमार कर हार लगभग तय हो गयी है. दोनों सीटों पर उनके प्रतिद्वंदी बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं . दोपहर 12 बजे तक इमामगंज विधानसभा में नौ राउंड की गिनती पूरी हो गयी. इमामगंज से एनडीए प्रत्याशी सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को 34,922 वोट मिले जबकि महागंठबंधन प्रत्याशी सह विधानसभाध्यक्ष उदयनारायण चौधरी को 19,468 वोट मिले. वहीं टिकारी विधानसभा में भी अंतर बड़ा नजर आ रहा है. 20 वां राउंड के बाद एनडीए प्रत्याशी अनिल कुमार को 44,961 और महागंठबंधन प्रत्याशी अभय कुशवाहा को 72,706 को वोट मिले. जदयू नेत्री डॉ कुमुद वर्मा के विरोध में उतरने से हुई उदय नारायण चौधरी की हार !उदय नारायण चौधरी जदयू के बडे नेताओं में गिने जाते हैं. वह नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे. करीब 90 के दशक में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र नाथ वर्मा ने एक संस्था में कामकाज करनेवाले उदय नारायण चौधरी को पहली बार अपनी छत्रछाया में इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से उतारा था. दांगी बाहुल्य इलाका होने के कारण उपेंद्र नाथ वर्मा के आह्वान पर दांगी समाज के लोगों ने एकजुट होकर उदय नारायण चौधरी की जीत सुनिश्चित कर विधानसभा भेजा था. अबतक श्री चौधरी चार बार इमामगंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. लेकिन, इस विधानसभा चुनाव में उपेंद्र नाथ वर्मा की छोटी बहू सह जदयू नेत्री डॉ कुमुद वर्मा ने अचानक अपना पाला बदला और वह उदय नारायण चौधरी के विरोध में उतर गयी. डॉ कुमुद वर्मा इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में लगातार एनडीए प्रत्याशी जीतनराम मांझी के साथ चुनाव प्रचार-प्रसार करने लगी. इस दौरान डॉ कुमुद वर्मा ने अपने भाषण में जिक्र किया था कि हाल के वर्षों में इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में दांगी समाज के 42 लोगों की हत्या की गयी और इनकी विधवाओं के साथ पटना में बुला कर हर प्रकार का शोषण किया गया. इस भाषण की चर्चा पूरे चुनाव में होती रही.

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