महागंठबंधन का सुरक्षा कवच बनीं सुरक्षित सीटें
महागंठबंधन का सुरक्षा कवच बनीं सुरक्षित सीटेंआरक्षित 38 सीटों में से 29 पर महागंठबंधन को मिली जीत, सात पर एनडीए का कब्जासंवाददाता, गयाबिहार विधानसभा चुनाव में सुरक्षित सीटों पर जहां एनडीए के दलित नेताओं को मुंह की खानी पड़ी, वहीं, ये सीटें महागंठबंधन के लिए सुरक्षा कवच साबित हुईं. आरक्षित 38 में से 29 सीटों […]
महागंठबंधन का सुरक्षा कवच बनीं सुरक्षित सीटेंआरक्षित 38 सीटों में से 29 पर महागंठबंधन को मिली जीत, सात पर एनडीए का कब्जासंवाददाता, गयाबिहार विधानसभा चुनाव में सुरक्षित सीटों पर जहां एनडीए के दलित नेताओं को मुंह की खानी पड़ी, वहीं, ये सीटें महागंठबंधन के लिए सुरक्षा कवच साबित हुईं. आरक्षित 38 में से 29 सीटों का फैसला महागंठबंधन के पक्ष में गया है. दलितों के राष्ट्रीय नेता रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) एक भी सीट बचाने में सफल नहीं हुई़ कमोबेश यही स्थिति महादलितों के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोरचा (सेक्यूलर) की भी रही. श्री मांझी को मात्र एक सीट से संतोष करना पड़ा. वहीं, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी मात्र एक सीट जीत पायी़, भाजपा के खाते में पांच सीटें गयी़ं इस तरह एनडीए को आरक्षित 38 में से मात्र सात सीटें ही मिलीं.सूबे के 243 में से 36 सीट अनुसूचित जाति व दो सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है. इनमें से महागंठबंधन को 29 सीटें मिली हैं. राष्ट्रीय जनता दल को सबसे अधिक 13, जदयू 11 व कांग्रेस को पांच सीट मिली है. एक सीट पर भाकपा-माले व एक सीट पर स्वतंत्र प्रत्याशी ने सफलता हासिल की है. मतदाताओं ने दलित के ठेकेदार बने नेताओं को सिरे से खारिज कर दिया है. राजद के खाते में गयी आरक्षित सीटों में अलौली, बाराचट्टी, बथनाहा, हरसिद्धि, कटोरिया, मखदुमपुर, मसौढ़ी, पातेपुर, पीरपौंती, राजापाकर, रजौली व सकरा हैं. वहीं, जदयू ने अगियांव, धोरैया, कल्याणपुर, कुशेश्वर स्थान, फुलवारी, राजगीर, राजपुर, रानीगंज, सिंहेश्वर, सोनवर्षा व त्रिवेणीगंज सीट पर जीती़ कांग्रेस को भोरे, कोढ़ा, कुटुंबा, मनिहारी व सिकंदरा की सीट मिली है. भाजपा को बनमखी, बथनाहा, मोहनिया, राजनगर व रामनगर की सीट मिली है. हिंदुस्तान आवाम मोरचा (सेक्यूलर) से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इमामगंज सीट से जीत दर्ज की है, जबकि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के ललन पासवान ने चेनारी सीट पर कब्जा किया.