15 दिन बाद फिर मिला इनसेफ्लाइटिस का संदिग्ध मरीज अब तक 124 बच्चे आ चुके हैं इनसेफ्लाइटिस की चपेट में 35 बच्चों में जेइ व 59 बच्चों में एइएस की हो चुकी है पुष्टि आठ जेइ पीड़ित समेत 21 बच्चों की हो चुकी है की मौत संवाददाता, गयाकरीब एक पखवारा के बाद बुधवार को मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के इनसेफ्लाइटिस वार्ड में एक संदिग्ध मरीज आया है. जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि वह एइएस (एक्यमट इनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम) का मरीज है या जेइ (जापानी इनसेफ्लाइटिस) का. फिलवक्त मरीज का लक्षण आधारित इलाज किया जा रहा है.अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि एक पखवारा से इनसेफ्लाइटिस का कोई नया मरीज नहीं आने से माना जा रहा था कि बीमारी थम गयी है, लेकिन बुधवार को एक संदिग्ध मरीज मिलने के बाद फिर से अलर्ट रहने के संकेत मिल गये हैं. हालांकि, मरीज की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. उल्लेखनीय है कि गत 12 अगस्त को इनसेफ्लाइटिस का पहला मरीज मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भरती कराया गया था. गत 12 सितंबर को जेइ के पहले मरीज की पुष्टि की गयी थी. अब तक 124 बच्चे इनसेफ्लाइटिस की चपेट में आ चुके हैं. 35 बच्चों में जेइ व 59 बच्चों में एइएस की पुष्टि हो चुकी है. आठ जेइ पीड़ित बच्चों समेत अब तक 21 बच्चे की मौत हो चुकी है. खुशी कुमारी नामक एकमात्र जेइ पीड़ित बच्ची अस्पताल में बच गयी थी. लेकिन, एक पखवारे बाद एक और संदिग्ध मरीज के आने से मरीजों की संख्या बढ़ कर दो हो गयी है.
15 दिन बाद फिर मिला इनसेफ्लाइटिस का संदग्धि मरीज
15 दिन बाद फिर मिला इनसेफ्लाइटिस का संदिग्ध मरीज अब तक 124 बच्चे आ चुके हैं इनसेफ्लाइटिस की चपेट में 35 बच्चों में जेइ व 59 बच्चों में एइएस की हो चुकी है पुष्टि आठ जेइ पीड़ित समेत 21 बच्चों की हो चुकी है की मौत संवाददाता, गयाकरीब एक पखवारा के बाद बुधवार को मगध […]
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