अबगिला में नक्सलियों की मिनी गन फैक्टरी का खुलासा

अबगिला में नक्सलियों की मिनी गन फैक्टरी का खुलासापुलिस ने दो नक्सलियों को किया गिरफ्तार, रफीगंज से भी एक युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा थ्रीनॉटथ्री, दो पिस्टल, देसी पिस्टल की 20 अर्द्धनिर्मित बॉडी, तीन खोखे, तीन कारतूस व ड्रिल मशीन सहित काफी संख्या में देसी पिस्टल व राइफल बनाने के उपकरण बरामदफोटो-सनत 38-गिरफ्तार नक्सलियों व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2015 11:21 PM

अबगिला में नक्सलियों की मिनी गन फैक्टरी का खुलासापुलिस ने दो नक्सलियों को किया गिरफ्तार, रफीगंज से भी एक युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा थ्रीनॉटथ्री, दो पिस्टल, देसी पिस्टल की 20 अर्द्धनिर्मित बॉडी, तीन खोखे, तीन कारतूस व ड्रिल मशीन सहित काफी संख्या में देसी पिस्टल व राइफल बनाने के उपकरण बरामदफोटो-सनत 38-गिरफ्तार नक्सलियों व बरामद सामान के साथ प्रेसवार्ता करते एसएसपी मनु महाराज व अन्य पदाधिकारी.वरीय संवाददाता, गया/मानपुर/रफीगंजकोबरा व पुलिस ने सोमवार को गया शहर स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी कर भाकपा-माओवादी नक्सली संगठन से जुड़े सदस्यों द्वारा चलायी जा रही मिनी गन फैक्टरी का खुलासा किया. पुलिस को इस धंधे में शामिल माओवादी संगठन के हार्डकोर सदस्यों विपिन विश्वकर्मा व मोहम्मद शाकिब को गिरफ्तार करने में भी सफलता मिली. इसके अलावा पुलिस टीम ने औरंगाबाद जिले के रफीगंज इलाके में भी छापेमारी कर हथियारों के अवैध कारोबार से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किया. गया एसएसपी मनु महाराज व कोबरा कमांडेंट रवीश कुमार ने बताया कि गया के मुफस्सिल थाने के अबगिला की नमाज कॉलोनी में पुलिस ने छापेमारी कर माओवादी संगठन के हार्डकोर सदस्य विपिन विश्वकर्मा द्वारा चलायी जा रही मिनी गन फैक्टरी से एक थ्रीनॉटथ्री, दो पिस्टल, देसी पिस्टल की 20 अर्द्धनिर्मित बॉडी, तीन खोखे, तीन कारतूस व ड्रिल मशीन सहित काफी संख्या में देसी पिस्टल, थ्रीनॉटथ्री व राइफल बनाने के उपकरण बरामद किये. वहीं, पुलिस व कोबरा की टीम ने सिविल लाइंस थाने के कठोकर तालाब के पास मोहम्म्द शाकिब की दुकान में छापेमारी कर देसी पिस्टल, राइफल व थ्रीनॉटथ्री बनाने में प्रयोग में आनेवाले करीब 1000 बैरल बरामद किये और मोहम्मद शाकिब को गिरफ्तार किया.1994 में जेल जा चुका है विपिनएसएसपी ने बताया कि मिनी गन फैक्टरी चलानेवाला विपिन विश्वकर्मा गया जिले के कोंच थाने के डुमरा गांव का रहनेवाला है. वह 1990 के दशक से माओवादी संगठन (तब एमसीसी) से जुड़ा था. माओवादी संगठन के शीर्ष नेता किरानी यादव के साथ वर्ष 1994 में जेल जा चुका है. जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद विपिन डुमरा गांव छोड़ कर गया शहर स्थित मुफस्सिल थाने के अबगिला मुहल्ले की नमाज कॉलोनी में मकान खरीद कर रहने लगा. उसी मकान में एक दुकान की आड़ में देसी गन फैक्टरी चलाने लगा. उसी की निशानदेही पर कठोकर तालाब स्थित मोहम्मद शाकिब की दुकान में छापेमारी कर करीब 1000 पीस बैरल बरामद किये गये. इन बैरलों का प्रयोग थ्रीनॉटथ्री, देसी पिस्टल व राइफल बनाने में किया जाता है. एसएसपी ने बताया कि विपिन विश्वकर्मा की डिमांड पर मोहम्मद शाकिब उसे बैरल उपलब्ध कराता था. पता लगाया जा रहा है कि उक्त नक्सलियों का संपर्क किन-किन माओवादियों व आपराधिक गिरोह के सदस्यों से है.

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