मेडिकल कॉलेज के ज्यादातर शक्षिकों को किया अनुपस्थित

मेडिकल कॉलेज के ज्यादातर शिक्षकों को किया अनुपस्थित 11 बजे के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचने वालों को उपस्थित मामने से किया इनकारजांच के बाद डेटा व संचिकाओं का समेकन कर दिल्ली वापस लौटी एमसीआइ टीमसंवाददाता, गयामगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण करने सोमवार को आयी मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2015 11:35 PM

मेडिकल कॉलेज के ज्यादातर शिक्षकों को किया अनुपस्थित 11 बजे के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचने वालों को उपस्थित मामने से किया इनकारजांच के बाद डेटा व संचिकाओं का समेकन कर दिल्ली वापस लौटी एमसीआइ टीमसंवाददाता, गयामगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण करने सोमवार को आयी मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम मंगलवार को दोपहर बाद करीब ढाई बजे दिल्ली वापस लौट गयी. इससे पहले टीम ने एमसीआइ की गाइडलाइन व फॉर्मेट के अनुसार अस्पताल की जांच के दौरान प्राप्त आंकड़े व दस्तावेजों का समेकन कर एमसीआइ को भेजी और कुछ दस्तावेज व आंकड़े भी अपने साथ ले गयी.जांच के दौरान एमसीआइ टीम के सामने एक बार फिर कॉलेज के फैकल्टी मेंबरों को मात खानी पड़ी. ज्यादातर फैकल्टी मेंबर अनुपस्थित कर दिये गये. लाख दलील देने के बाद भी एमसीआइ की टीम ने 11 बजे के बाद कॉलेज पहुंचनेवाले व आकस्मिक अवकाश पर गये लोगों का उपस्थित मानने से इनकार कर दिया. हालांकि, एकेडमिक वेरिफिकेशन उन फैकल्टी मेंबरों की भी की गयी, जिनकी हेड काउंटिंग हुई. बताया जाता है कि करीब 70 फीसदी टीचिंग व नन-टीचिंग स्टाफ को टीम अनुपस्थित कर दिया गया. हालांकि, इसकी कोई अधिकृत पुष्टि नहीं की गयी है. मगध मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुशील प्रसाद महतो ने बताया कि एमसीआइ की टीम ने मात्र चार प्रकार के अवकाश को ही स्वीकार किया. पहला निजी परिजन के निधन पर अवकाश, दूसरा परीक्षक बन कर कहीं जाने पर, तीसरा किसी प्रशिक्षण में भाग लेने जाने पर व चौथा इंस्पेक्टर बना कर कहीं भेजे जाने पर. इनके अलावा अन्य सभी प्रकार की छुट्टियों को एमसीआइ की टीम ने मानने से इनकार कर दिया और इस तरह की छुट्टियों पर गये प्राय: सभी लोगों को अनुपस्थित कर दिया गया. साथ ही, दिन के 11 बजे के बाद पहुंचनेवालों को भी उपस्थित मानने से इनकार कर दिया गया. श्री महतो ने कहा कि इससे पहले गत छह व सात मई को औचक निरीक्षण करने आयी एमसीआइ टीम ने कुछ ऐसा ही किया था. करीब 60 फीसदी लोगों को अनुपस्थित कर दिया गया था.

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