अपराधमुक्त जीवन के लिए कर्मों में बदलाव जरूरी

अपराधमुक्त जीवन के लिए कर्मों में बदलाव जरूरीसेंट्रल जेल में संस्कार परिवर्तन पर आयोजित हुआ कार्यक्रममाउंट आबू से आये ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कैदियों को बताये सुधार के मार्गफोटो- गया 11, 12- कैदियों को प्रवचन देते भगवान भाईसंवाददाता, गयासेंट्रल जेल में कैदियों के बीच संस्कार परिवर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें माउंट आबू, राजस्थान, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 10:58 PM

अपराधमुक्त जीवन के लिए कर्मों में बदलाव जरूरीसेंट्रल जेल में संस्कार परिवर्तन पर आयोजित हुआ कार्यक्रममाउंट आबू से आये ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कैदियों को बताये सुधार के मार्गफोटो- गया 11, 12- कैदियों को प्रवचन देते भगवान भाईसंवाददाता, गयासेंट्रल जेल में कैदियों के बीच संस्कार परिवर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें माउंट आबू, राजस्थान, के प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से आये राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि कर्मों के आधार पर ही यह संसार चलता है. अपने कर्मों से व्यक्ति महान या कंगाल बनता है. अपने कर्मों में परिवर्तन लाने से ही हम अपराधमुक्त जीवन जी सकते हैं. कैदियों को प्रवचन देते हुए उन्होंने कहा कि कर्मों में परिवर्तन लाने के लिए ज्ञान व समक्ष की आवश्यकता होती है. जब हम मेडिटेशन कर रहे होते हैं, तो हमारी इंद्रियां संयमित होती हैं. हमारा आत्मविश्वास, आत्मजागृति और मनोबल बढ़ता है, जिससे हमें अच्छे-बुरे की परख होती है और हम अपराधमुक्त बन सकते हैं. उन्होंने बताया कि व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता है, बल्कि संसार में आने के बाद गलत संगत, नशा-व्यसन, गलत खान-पान, लोभ, लालच, क्रोध, तनाव या विपरीत परिस्थितियां ही उसे अपराधी बना देती हैं. इस कारण उक्त बातों से दूर रहने की जरूरत है. कैदियों के जीवन में बदलाव लाने को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या क्रोध व बदले की भावना से समाप्त नहीं होती है, बल्कि एक सेकेंड का क्रोध कई वर्षों तक पश्चाताप के रूप में भुगतना पड़ता है. उन्होंने कैदियों को मेडिटेशन कराने के साथ ही उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक सोच लाने, मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रखने हेतु व्यसन व नशा छोड़ने की प्रतिज्ञा भी करायी. इस अवसर पर सिविल लाइंस कंपाउंड स्थित ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी शीला बहन, सहायक जेल अधीक्षक मोहम्मद यूूनुस अली व अन्य ने भी कैदियों को अपने में सुधार करने व बुरी आदतों में समय बरबाद नहीं करने की अपील की.

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