बैकुंठोत्सव में शामिल लोग होते हैं पुण्य के भागी

जगन्नाथ मंदिर में श्रीबैकुंठोत्सव महायज्ञ शुरू बैकुंठोत्सव में शामिल लोग होते हैं पुण्य के भागीफोटो- बोधगया 09-प्रवचन करते स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज,10- प्रवचन सुनते श्रद्धालु,11-मंदिर परिसर में आयोजित पाठ में शामिल आचार्य कई जगह के आचार्य कर रहे पाठदेवरिया के जगद्गुरु स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज ने किया प्रवचन संवाददाता, बोधगयाजगन्नाथ मंदिर परिसर में गुरुवार से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 10:38 PM

जगन्नाथ मंदिर में श्रीबैकुंठोत्सव महायज्ञ शुरू बैकुंठोत्सव में शामिल लोग होते हैं पुण्य के भागीफोटो- बोधगया 09-प्रवचन करते स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज,10- प्रवचन सुनते श्रद्धालु,11-मंदिर परिसर में आयोजित पाठ में शामिल आचार्य कई जगह के आचार्य कर रहे पाठदेवरिया के जगद्गुरु स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज ने किया प्रवचन संवाददाता, बोधगयाजगन्नाथ मंदिर परिसर में गुरुवार से श्रीबैकुंठोत्सव महायज्ञ का शुभारंभ किया गया. इसमें कांची के श्री जगद्गुरु रामाणुजाचार्यजी महाराज श्री श्री निवासाचार्य स्वामी जी महाराज के सानिध्य में बक्सर से आये अनंत श्री विभूषित जीयर स्वामी द्वारा कलश स्थापना की गयी. सुबह से कलश स्थापना के साथ ही विभिन्न स्थानों से पधारे 21 आचार्यों द्वारा श्रीमद्भागवत कथा, विष्ष्णु सहस्त्र पाठ व वाल्मीकि रामायण पाठ किया जा रहा है. समाजसेवी स्व शिवराम डालमिया की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित महायज्ञ के पहले दिन आचार्यों द्वारा पूजा-पाठ किया गया. इसमें स्व डालमिया के नाती यशस्वी सेकसरिया ने दीक्षा ली व यजमान बने. इसके बाद शाम को देवरिया से आये जगद्गुरु स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज ने प्रवचन किया. पंचतत्व में विलीन हो जाता है शरीर श्रीबैकुंठोत्सव महायज्ञ के पहले दिन प्रवचन करते हुए देवरिया के जगद्गुरु स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि स्थूल शरीर के अंदर भी एक शरीर है, जिसे सूक्ष्म शरीर कहते हैं. यह शरीर जो क्षितिज, जल, पावक, गगन व समीर जैसे पांच तत्व से बना हैं. इसे तो सूक्ष्म शरीर त्याग के बाद फिर इसी पंचतत्व में विलीन हो जाना है. उस सूक्ष्म आत्मा को बैकुंठवास के लिए किया गया यज्ञ ही बैकुंठोत्सव है. उन्होंने कहा कि उन महान आत्माओं को बैकुंठोत्सव में शामिल सभी लोग और उनके परिजन अपार पुण्य के भागी होते हैं. प्रवचन व पूजा-पाठ के मौके पर डालमिया परिवार के सदस्यों के साथ ही वयोवृद्ध साहित्यकार गोवर्द्धन प्रसाद सदय, डॉ अभय सिंबा, अधिवक्ता शिववचन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल स्वामी व अन्य मौजूद रहे. प्रवचन सुनने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु जुटे व सभी को प्रसाद का वितरण किया गया. उल्लेखनीय है कि हर दिन इस महायज्ञ में शाम तीन बजे से रात आठ बजे तक अलग-अलग विद्वानों द्वारा प्रवचन दिया जायेगा. आयोजन को लेकर जगन्नाथ मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है.

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