कब होगा बची सीटों पर नियोजन?
गया: जिला पर्षद, गया के माध्यमिक शिक्षकों के बचे हुए सीटों पर नियोजन को लेकर पेच फंसा है. इससे नियोजन का इंतजार कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी परेशान हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर कब तक उनका नियोजन होगा. इस मामले में जिला पर्षद की अध्यक्ष नीमा कुमारी व डीडीसी ने शिक्षा […]
गया: जिला पर्षद, गया के माध्यमिक शिक्षकों के बचे हुए सीटों पर नियोजन को लेकर पेच फंसा है. इससे नियोजन का इंतजार कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी परेशान हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर कब तक उनका नियोजन होगा. इस मामले में जिला पर्षद की अध्यक्ष नीमा कुमारी व डीडीसी ने शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र भेज कर परामर्श मांगा है.
लेकिन, अब तक परामर्श नहीं मिलने से बचे हुए सीटों पर नियोजन की प्रक्रिया लटक हुई है. जिला पर्षद शिक्षक नियोजन इकाई के सदस्य डॉ मुकेश कुमार यादव ने बताया कि बचे हुए सीटों पर नियोजन के लिए अध्यक्ष की ओर से शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा से परामर्श मांगा गया है, लेकिन अब परामर्श नहीं आया है. परामर्श मिलने के बाद नियोजन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
क्या है विवाद का कारण
जिला पर्षद की अध्यक्ष व जिला पार्षद डॉ मुकेश कुमार यादव ने उप विकास आयुक्त गिरिवर दयाल सिंह पर नियमों के विपरीत नियोजन करने व कार्यवाही पंजी में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. डॉ यादव का कहना था कि वैसे अभ्यर्थी जिनके नाम काउंसेलिंग के लिए प्रथम सूची में थे, लेकिन वे काउंसेलिंग में उपस्थित नहीं हुए. इसके बावजूद कई अभ्यर्थियों के नाम दूसरी सूची में शामिल कर दिये गये. वैसे अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग करायी गयी और विद्यालय के लिए सहमति लेकर नियोजन पत्र भी भेज दिया गया, जो नियमों के विरुद्ध है. उन्होंने कहा था कि ऐसे अभ्यर्थियों को नियोजन में शामिल नहीं करने का निर्णय भी बैठक में ले लिया गया था. इसके बाद कार्यवाही पंजी में छेड़छाड़ की गयी. नतीजतन, आगे की कार्यवाही नहीं बढ़ पा रही है.
जिला पर्षद अध्यक्ष ने मानव संसाधन विभाग (पटना) के प्रधान सचिव को गड़बड़ी की जानकारी देने व नियोजन प्रक्रिया में अनुभवी अधिकारी को लगाने की मांग की. गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने जिला पर्षद के बचे हुए सीटों के लिए दूसरे व तीसरे चरण के लिए 12 सितंबर व 18 अक्तूबर की तिथि तय की थी, लेकिन गया जिला पर्षद में सहमति नहीं बन पाने के कारण नियोजन की प्रक्रिया रुकी है.