सुबह अच्छी, तो दिन भी अच्छा : आशुतोषानंद

सुबह अच्छी, तो दिन भी अच्छा : आशुताेषानंदफोटो-आरती करते श्रद्धालु व प्रवचन करते आचार्य.प्रतिनिधि, इमामगंजमनुष्य के जीवन के दिन की शुरुआत अगर अच्छी हो, तो दिन भी अच्छा होता है. इसके लिए सुबह उठ कर भगवान का दर्शन करना चाहिए. इस पर पूरी दिनचर्या निर्भर करती है. उक्त बातें इमामगंज के रानीगंज में सात दिवसीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2015 10:55 PM

सुबह अच्छी, तो दिन भी अच्छा : आशुताेषानंदफोटो-आरती करते श्रद्धालु व प्रवचन करते आचार्य.प्रतिनिधि, इमामगंजमनुष्य के जीवन के दिन की शुरुआत अगर अच्छी हो, तो दिन भी अच्छा होता है. इसके लिए सुबह उठ कर भगवान का दर्शन करना चाहिए. इस पर पूरी दिनचर्या निर्भर करती है. उक्त बातें इमामगंज के रानीगंज में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा यज्ञ में स्वामी आशुतोशानंद गिरि जी महाराज ने कहीं. शनिवार को कथा के तीसरे दिन उन्होंने कहा कि आज मनुष्य देर तक जगता है और देर से उठता है. उसकी दिनचर्चा बेड टी से शुरू होती है. पहले के लोग सुबह उठते ही भगवान की स्तुति करते थे, भजन गाते थे. पर, आज सबकुछ बदल गया है. दवा खाकर सोते हैं और अलार्म की सहायता से उठते हैं. यज्ञ समारोह में रूलीचंद्र पोद्दार, सत्यनाराण गोयल, मोहन अग्रवाल, पाचु सिंह, अतुल अग्रवाल, बसंती सावरिया व अन्य लोग उपस्थित थे.

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