बस स्टैंडों को बेहतर करे निगम
बस स्टैंडों को बेहतर करे निगमफोटो -नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव का आदेशतमाम नागिरक सुविधा कराएं उपलब्धसंवाददाता, गयानगर विकास विभाग ने राज्य के सभी नगर निकायों को बस स्टैंड के हालात बेहतर करने को कहा है. गया नगर निगम को भी यह आदेश जारी हुआ है. प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने पत्र जारी कर […]
बस स्टैंडों को बेहतर करे निगमफोटो -नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव का आदेशतमाम नागिरक सुविधा कराएं उपलब्धसंवाददाता, गयानगर विकास विभाग ने राज्य के सभी नगर निकायों को बस स्टैंड के हालात बेहतर करने को कहा है. गया नगर निगम को भी यह आदेश जारी हुआ है. प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने पत्र जारी कर कहा है कि नगर निकाय बस स्टैंडों पर समुचित नागिरक सुविधाएं मुहैया नहीं करा रहा है. इसकी वजह से लोगों को परेशानी होती है. प्रधान सचिव ने कहा है कि नगर निगम पानी, रोशनी व सफाई पर विशेष ध्यान दें. पानी की व्यवस्था किसी भी स्थिति में 31 दिसंबर तक करना है. पेयजल व्यवस्था में चापाकल के अलावा ट्यूबवेल, पानी टंकी व नल उपलब्ध कराना होगा. इसके अलावा 31 दिसंबर तक रोशनी का भी पर्याप्त इंतजाम कर लेना होगा. प्रधान सचिव ने कहा है कि बस स्टैंड परिसर में सार्वजनिक शौचालय की भी व्यवस्था अच्छी नहीं है. यहां निजी संस्थाओं से मदद लेकर शौचालय का इंतजाम किया जाये और अगर जरूरत पड़े, तो लोगों से यूजर चार्ज भी लिया जाये.मार्च तक खत्म करें जलजमाव की समस्याप्रधान सचिव ने तमाम बस स्टैंडों में जलजमाव की समस्या मार्च 2016 तक समाप्त करने को कहा है. उन्होंने कहा है कि लगभग सभी बस स्टैंडों में जलजमाव की समस्या है. नगर निगम यहां भवन निर्माण कर जल निकासी का उपाय करे. साथ ही, पूरे परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये.हर ओर गंदगी का अंबारशहरी क्षेत्र में चार जगहों पर बस स्टैंड है. सिकरिया मोड़, मानपुर, डेल्हा व पंचायती अखाड़ा. सिकरिया मोड़ बस स्टैंड का निर्माण कुछ वर्ष पहले ही हुआ. यह अन्य जगहों की तुलना में थोड़ा बेहतर है. पानी और साफ-सफाई की जरूरत है. मानपुर बस स्टैंड की स्थिति बेहद खराब है. यहां पानी और शौचालय की कहीं भी बेहतर व्यवस्था नहीं है. गंदगी का तो अंबार है. इधर, डेल्हा व पंचायती अखाड़ा में सड़क किनारे ही बस स्टैंड चल रहा है. पानी व शौचालय तो दूर की बात, यहां तो सही से खड़े हो कर बस का इंतजार करने की भी जगह नहीं है. बस के ड्राइवरों व एजेंटों की मनमानी अलग. भेड़-बकरियों की तरह यात्रियों को बसों में ठूंस दिया जाता है, कई जगहों पर किराया भी अधिक लिया जाता है.पानी-शौचालय का इंतजाम नहींशहर के बस पड़ावों की स्थिति बेहद खराब है. कहीं भी पानी- शौचालय का कोई इंतजाम नहीं है. ऊपर से गंदगी. मजबूर यात्रियों को इसी में मैनेज करना पड़ता है. रामजीवनकिसी भी बस स्टैंड में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं होता. हर रोज यहां सैकड़ों यात्री आते-जाते हैं, लेकिन नागरिक सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिलता. मो तारीकएनओसी मिलते ही शुरू होगा काम सिकरिया मोड़ बस स्टैंड अभी हाल में ही तैयार हुआ है. यहां तमाम सुविधाएं जल्द ही मुहैया करा दी जायेंगी. इसके अलावा डेल्हा, पंचायती अखाड़ा में रोड किनारे से ही बसें खुलती हैं, मानपुर बस स्टैंड भी अपनी जमीन पर नहीं है. इन तीनों को शिफ्ट किये जाने की प्लानिंग हो रही है. मार्च तक तीनों जगहों का चयन कर लिया जायेगा. मानपुर बस स्टैंड को तो भुसुंडा में शिफ्ट किया जाना है. यहां के लिए बुडको डीपीआर भी तैयार कर रहा है. यह जमीन रेवेन्यू विभाग की है, एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जायेगा. विजय कुमार, नगर आयुक्त