गया: अपने परिवार के सदस्यों की हरकत से परेशान सुजाता सिंह व उनके पति अमरनाथ सिंह ने अपने बच्चों के साथ गुरुवार को डीआइजी आवास के सामने घंटों धरना दिया. सुजाता सिंह ने बताया कि वह मगध मेडिकल थाना क्षेत्र स्थित केंदुई गांव के रहनेवाली हैं.
वह ओड़िशा की है. 2005 में केंदुई निवासी यमुना सिंह के बेटे अमरनाथ सिंह के साथ शादी हुई, तीन बच्चे भी हैं. महिला ने बताया कि पति ऑटो चला कर परिवार का भरण पोषण करते हैं. लेकिन, ससुरालवाले उन्हें जमीन से बेदखल करना चाहते हैं. ससुरालवालों द्वारा उन्हें कई महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा है.
इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, बिहार राज्य महिला आयोग, मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त, डीआइजी, डीएम, एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों से कर चुकी है. लेकिन, अब तक न्याय नहीं मिला. इधर, डीआइजी आवास पर धरना देने की सूचना पर सिटी डीएसपी राकेश कुमार, सिविल लाइंस के इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे और सुजाता सिंह की शिकायतें सुनीं. चूंकि, यह मामला मगध मेडिकल थाने का था, इस कारण सिटी डीएसपी ने मगध मेडिकल के थानाध्यक्ष जय शंकर कुमार को बुलाया. सुजाता सिंह को पूरे परिवार के साथ मगध मेडिकल थाना भेजा गया.
साथ ही सुजाता सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच करने का आदेश दिया गया. इधर, थानाध्यक्ष ने बताया कि सुजाता सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. महिला ने ससुरालवालों के विरुद्ध जमीन पर कब्जा करने, धोखाधड़ी व प्रताड़ित करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. हालांकि, यह मामला जमीन के विवाद से जुड़ा है.