घोड़ों व मलखंभ पर दिखाया शारीरिक संतुलन
घोड़ों व मलखंभ पर दिखाया शारीरिक संतुलनफाेटाे-ओटीए में मल्टी एक्टिविटी डिसप्ले, जवानों ने दिखाये हैरतअंगेज करतबखुकरी में ढाल व छुरे के साथ लड़ने की दक्षता का जवानों ने किया प्रदर्शनमुख्य संवाददाता, गयाऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (आेटीए) में आठवीं पासिंगआउट परेड की पूर्व संध्या पर शुक्रवार की शाम संतुलन, तालमेल, साहसिक व शारीरिक साैष्ठव का अतुलनीय व […]
घोड़ों व मलखंभ पर दिखाया शारीरिक संतुलनफाेटाे-ओटीए में मल्टी एक्टिविटी डिसप्ले, जवानों ने दिखाये हैरतअंगेज करतबखुकरी में ढाल व छुरे के साथ लड़ने की दक्षता का जवानों ने किया प्रदर्शनमुख्य संवाददाता, गयाऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (आेटीए) में आठवीं पासिंगआउट परेड की पूर्व संध्या पर शुक्रवार की शाम संतुलन, तालमेल, साहसिक व शारीरिक साैष्ठव का अतुलनीय व हैरतअंगेज कारनामा दिखा. मौका था राजवर्द्धन स्टेडियम में मल्टी एक्टिविटी डिसप्ले (मैड) का. निर्धारित समय से करीब 10 मिनट की देरी से राजवर्द्धन स्टेडियम पहुंचे मुख्य अतिथि आर्मी के पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह (अति विशिष्ट सेवा मेडल एंड बार) की आगवानी आेटीए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल विनाेद वशिष्ठ (विशिष्ट सेवा मेडल एंड बार) ने की. कार्यक्रम के शुरू में दाे माइक्राेलाइट एयरक्राफ्ट ने राष्ट्रीय ध्वज, सेना ध्वज व आेटीए ध्वज के साथ फ्लाई पास्ट किया. इसके बाद पांच घुड़सवाराें ने डैश के सामने मुख्य अतिथि को स्टैंडिंग सैल्यूट किया. घुड़सवारी कर रहे सैन्य अधिकारी अजमेर यादव, साइरस कपाड़िया, सार्जेंट गुरपाल सिंह, अमन यादव, दीपक, माेहम्मद इजराइल खां, दफेदार एस राठाैर, निशिकांत व सुशील ने बारी-बारी से अपने-अपने घाेड़ों काे क्रॉस जंप व ब्रिज जंप कराया. भाले व तलवार से पहले एक-एक कर, फिर क्रॉस इसके बाद साथ में मैदान पर लगे प्लेट काे घाेड़े की तेज रफ्तार के साथ उठाया, जिसे देख भीड़ ने तालियाें की गड़गड़ाहट से उनका हौसला बढ़ाया.पहली बार खुकरी व गतका की प्रस्तुति कार्यक्रम में बेंगलुरु की टीम ने मलखंभ प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व पेशवा बाजीराव सूद ने किया. मलखंभ पर कलाकारों ने कमल, मानव मंदिर, श्रीगणेश, सीढ़ी, जीवन चक्र व बजरंग बली की आकृतियां बनायीं. मैड में पहली बार खुकरी व गतका की प्रस्तुति दी गयी, जिसे लाेग आंखें फाड़ कर देख रहे थे. खुकरी डांस के ग्रुप कमांडर अनुज थापा थे. जवानों ने ढाल व छुरे के साथ लड़ने की दक्षता का प्रदर्शन किया. इसके बाद आेटीए में ट्रेनिंग ले रहे जेंटलमैन कैडेटाें ने जिमनास्टिक का प्रदर्शन किया. इसमें कैडेटों ने कलाबाजी के साथ शरीर का बैलेंस दिखाया आैर जलते आगे के गोलों के बीच से शरीर को तोड़-मरोड़ कर पास भी कराया, जिसे देख सैन्य अधिकारी, जेंटलमैन कैडेट्स, कैडेट्स के अभिभावक व रिश्तेदार समेत अन्य अतिथियाें के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा. फिर गतका के रूप में पुरातन मार्शल आर्ट की कला का प्रदर्शन किया. इसमें सिख रेजिमेंट के अधिकारी व कैडेट्स ने अपनी छाती, पीठ, दांत व माथे पर ट्यूब लाइट फाेड़े. हाथ, छाती, व पैर पर रख कर हथाैड़े से पत्थर के टुकड़े भी फाेड़े. पीठ पर ईंटें तोड़ीं, छाती पर तीन-तीन ईंटें रख कर एकसाथ फाेड़ीं. इसी तरह कई हैरतअंगेज कारनामे सेना के जवानों ने पेश किये. इसके बाद बैंड पार्टी ने अपनी प्रस्तुति दी. फिर आतिशबाजी से पूरा ओटीए गूंज उठा. पासिंगआउट परेड व पिपिंग सेरेमनी आजआेटीए के परेड ग्राउंड में शनिवार की सुबह नाै बजे आयोजित पासिंगआउट परेड में ट्रेनिंग प्राप्त 336 जैंटलमैन कैडेट्स शामिल हाेंगे. इनमें टेक्निकल इंट्री स्कीम (टीइएस) के 126 वे कैडेट्स हैं, जाे एक साल आेटीए में ट्रेनिंग पाकर फिर तीन साल के लिए देश के अन्य सैन्य टेक्निकल एकेडमी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गये थे. वहां से लाैटकर वे शनिवार काे पासआउट हाेंगे और टेक्निकल अफसर कहलायेंगे. इसके अलावा आेटीए से एक साल की ट्रेनिंग प्राप्त कर अन्य टेक्निकल संस्थानाें में पढ़ाई के लिए जानेवाले 144 टीइएस के जेंटलमैन कैडेट्स भी पासआउट हाे रहे हैं, जबकि एससीआे की ट्रेनिंग पाकर 66 कैडेट्स शनिवार काे लेफ्टिनेंट हाेकर देश के विभिन्न जगहाें पर पाेस्टिंग पायेंगे. इन जेंटलमैन केडेट्स की पिपिंग सेरेमनी हाेगी, जिसके लिए उनके रिश्तेदाराें काे भी बुलाया गया है.