..तो घंटों क्लोज डोर हुई मीटिंग

..तो घंटों क्लोज डोर हुई मीटिंग गया. गत 11 दिसंबर को बांकेबाजार के डुमरी के मलुआ जंगल में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान देश के कई राज्यों की पुलिस भाकपा-माओवादी संगठन के बिहार-झारखंड-छत्तीसगढ़ के स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य संदीप यादव के काफी करीब पहुंच चुकी थी. लेकिन, संदीप यादव बच निकला. इस मामले को पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 12:34 AM

..तो घंटों क्लोज डोर हुई मीटिंग गया. गत 11 दिसंबर को बांकेबाजार के डुमरी के मलुआ जंगल में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान देश के कई राज्यों की पुलिस भाकपा-माओवादी संगठन के बिहार-झारखंड-छत्तीसगढ़ के स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य संदीप यादव के काफी करीब पहुंच चुकी थी. लेकिन, संदीप यादव बच निकला. इस मामले को पुलिस के वरीय अधिकारियों ने गंभीरता से लिया. सूत्रों के अनुसार, सोमवार की दोपहर गया शहर स्थित सीआरपीएफ कैंप में एसएसपी गरिमा मलिक ने सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी, एसटीएफ व जिला पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ लगातार दो घंटे तक बातचीत की और माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने और हाल के दिनों में हुए कांबिंग ऑपरेशन में मिली सफलता पर विचार-विमर्श किया गया. साथ ही माओवादियों पर धारदार कार्रवाई को लेकर कुछ नयी रणनीति भी बनायी गयी. इसमें कोबरा कमांडेंट रबीश कुमार, सीआरपीएफ के सेकंड इन कमान संतोष कुमार, डिप्टी कमांडेंट संजीव कुमार, एएसपी (नक्सल) मनोज कुमार यादव, एएसपी (एसटीएफ) जे जयारेड्डी व एसएसबी अधिकारी राजेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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