हॉस्टल की कमी से परेशानी

बोधगया: मगध विश्वविद्यालय परिसर में छात्रवासों की कमी के कारण यहां नामांकित विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गयी है. स्नातकोत्तर के विभिन्न विभागों में नामांकन लिए छात्र-छात्राओं को हर दिन क्लास करने के लिए आना-जाना महंगा पड़ रहा है. विद्यार्थीछात्रावासोंमें रहने के लिए कमरों की मांग करने लगें हैं. छात्रों का कहना है कि कक्षाओं में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2013 9:57 AM

बोधगया: मगध विश्वविद्यालय परिसर में छात्रवासों की कमी के कारण यहां नामांकित विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गयी है. स्नातकोत्तर के विभिन्न विभागों में नामांकन लिए छात्र-छात्राओं को हर दिन क्लास करने के लिए आना-जाना महंगा पड़ रहा है.

विद्यार्थीछात्रावासोंमें रहने के लिए कमरों की मांग करने लगें हैं. छात्रों का कहना है कि कक्षाओं में 75 प्रतिशत उपस्थिति के लिए एमयू कैंपस या फिर आसपास के क्षेत्र में रहना जरूरी है. निजी मकानों के कमरे का किराया भी बोधगया में थोड़ा महंगा होता है. फलस्वरूप, छात्रवासों में रहना उनकी विवशता भी है.

दूरी व मेरिट होगी आधार
छात्रावासोंकी कमी व विद्यार्थियों की मांग को देखते हुए मगध विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि 20 किलोमीटर से ज्यादा दूरी वाले यथा, औरंगाबाद, जहानाबाद व नवादा सहित दूर-दराज के व मेघावी विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जायेगी. इसके बाद हॉस्टल नंबर छह को पुलिसकर्मियों से खाली होने व हॉस्टल संख्या आठ को दुरुस्त किये जाने के बाद शेष छात्रों को कमरे आवंटित किये जायेंगे. हालांकि, हॉस्टल नंबर पांच के समीप ही एक महिला छात्रवास का निर्माण जारी है.

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