पुस्तक मेले में शनिवार को कथा-कहानी को दौर
पुस्तक मेले में शनिवार को कथा-कहानी को दौरगया. मगध पुस्तक मेले के दूसरे दिन कथा चौपाल का आयोजन किया गया. सबसे पहले वासुदेव प्रसाद ने अपनी मगही कहानी ‘बड़ेरी उतर गेल’ के कुछ अंश का उल्लेख किया. इसके बाद सुरेंद्र सिंह सुरेंद्र ने पारंपरिक नानी-दादी की कहानी ‘खाउं की पीउं’ को नये रूप में पेश […]
पुस्तक मेले में शनिवार को कथा-कहानी को दौरगया. मगध पुस्तक मेले के दूसरे दिन कथा चौपाल का आयोजन किया गया. सबसे पहले वासुदेव प्रसाद ने अपनी मगही कहानी ‘बड़ेरी उतर गेल’ के कुछ अंश का उल्लेख किया. इसके बाद सुरेंद्र सिंह सुरेंद्र ने पारंपरिक नानी-दादी की कहानी ‘खाउं की पीउं’ को नये रूप में पेश किया. अंत में टोला-टाटी के संपादक सुमंत ने अपनी कहानी ‘साहेब की बीवी’ सुनायी. उपस्थित जनसमूह ने कथा चौपाल की सराहना की. इसके बाद गया जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से काव्य संध्या का आयोजन किया. इसमें मुंद्रिका सिंह, खालिद हुसैन परदेशी, डाॅ ब्रजराम मिश्र, योगेश कुमार मिश्र, राजीवरंजन, किशोर सिंह, मुकेश कुमार सिन्हा, पीयूष रंजन, संजय सहियावी व अन्य ने अपनी कविताएं सुनायीं. गया जिला हिदी साहित्य सम्मेलन पुस्तक मेले में हर रोज चौपाल के साथ-साथ अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन करेगा.