जलजमाव से नरक बना रहन-सहन
जलजमाव से नरक बना रहन-सहनकटारी कॉलोनी में वर्षों से सड़कों पर जमा है पानीशिकायत के बावजूद नहीं हुई कोई पहल संवाददाता, गयाकटारी कॉलोनी में जलजमाव के कारण लोगों का रहन-सहन नारकीय हो गया है. लोगों का कहना है कि यह स्थिति वर्षों से है. उनका यह भी कहना है कि जलजमाव से मुक्ति के लिए […]
जलजमाव से नरक बना रहन-सहनकटारी कॉलोनी में वर्षों से सड़कों पर जमा है पानीशिकायत के बावजूद नहीं हुई कोई पहल संवाददाता, गयाकटारी कॉलोनी में जलजमाव के कारण लोगों का रहन-सहन नारकीय हो गया है. लोगों का कहना है कि यह स्थिति वर्षों से है. उनका यह भी कहना है कि जलजमाव से मुक्ति के लिए लोगों ने कई बार कार्यपालक अभियंता आवास बोर्ड को आवेदन दिया, पर कोई पहल नहीं की गयी. लोगबाग गंदे पानी से होकर आने-जाने पर विवश हैं. उनका कहना है कि आवास बोर्ड द्वारा आवासीय परिसर आवंटित कर दिया गया, पर कॉलोनी में रोड व नाले की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. गौरतलब है कि 1999 में इस कॉलोनी में भूखंड, भवन व फ्लैट आवंटन हेतु कम आयवाले लोगों से 2900 रुपये शुल्क के साथ आवेदन लिये गये थे. सात साल बाद 2006 में लॉटरी के माध्यम से लोगों को घर व जमीन आवंटित किये गये. पूरी राशि वसूलने के बाद भी आवास विभाग द्वारा अब तक कॉलोनी में नाले व रोड की व्यवस्था नहीं की गयी है. लोगों के लिए आवास बोर्ड द्वारा बनाये गये मकान भी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गये हैं. कॉलोनी निवासी सुमन देवी, पद्मा देवी, देवानंद यादव व रामप्रवेश शर्मा ने बताया कि आवंटन के बाद अब तक कॉलोनीवासियों की किसी भी सुविधा का ख्याल नहीं रखा गया. आसपास के मुहल्ले के नाले का पानी भी इसी कॉलोनी में गिराया जाता है.