टिकारी किले को बचाने का आह्वान
टिकारी: धरोहर बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को ऐतिहासिक टिकारी किले को बचाने के लिए फिर एक बार लोग एकजुट हुए. लोगों ने मुहिम को तेज करते हुए बेल्हाड़िया मोड़ से मशाल जुलूस निकाला. इसमें बच्चे, महिलाएं व वृद्ध भी शामिल हुए. जुलूस शहर के विभिन्न मार्ग होते हुए दुर्गा स्थान मोड़ पहुंचा, […]
टिकारी: धरोहर बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को ऐतिहासिक टिकारी किले को बचाने के लिए फिर एक बार लोग एकजुट हुए. लोगों ने मुहिम को तेज करते हुए बेल्हाड़िया मोड़ से मशाल जुलूस निकाला.
इसमें बच्चे, महिलाएं व वृद्ध भी शामिल हुए. जुलूस शहर के विभिन्न मार्ग होते हुए दुर्गा स्थान मोड़ पहुंचा, यहां नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गयी. सभा को संबोधित करते हुए सभी वक्ताओं ने ऐतिहासिक टिकारी किला को बचाने का आह्वान किया. साथ ही कहा कि इस किले की कई खासियत है. 52 आंगन, समधखा, सिद्धनाथ मंदिर, भूल भलैया, तालाब, सुरंग, रंग महल, विशाल कुआं सहित अन्य आज भी पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है.
संघर्ष समिति के संयोजक राजदेव सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में कोई भी मकान नगर पालिका से नक्शा व लाइसेंस के बाद ही बनाया जाता है. परंतु नगर पंचायत के नाक के नीचे धरोहर को तोड़ा जा रहा है. साथ ही भवन निर्माण का कार्य भी चल रहा है. इस संबंध में नगर पंचायत चप्पी साधी बैठी है. वक्ताओं ने सभा के बाद धरोहर को तोड़े जाने के विरोध में सभी दुकानदारों से मंगलवार को प्रतिष्ठान बंद कर टिकारी बाजार बंद के आंदोलन में साथ देने की अपील की. मशाल जुलूस में समिति के अध्यक्ष विजय गुप्ता, सुभाष यादव, मुंद्रिका प्रसाद, गणोश प्रसाद,बंटी यादव, शशि प्रियदर्शी, दीपक चौधरी, रूपेश कुमार, सुभाष शर्मा श्याम प्यारे यादव, अभिषेक कुमार, विनोद शर्मा, कुमार भारती सहित अन्य लोग उपस्थित थे.