गया बनेगा स्मार्ट सिटी!

गया बनेगा स्मार्ट सिटी!अच्छी खबर. गया की ऐतिहासिक महत्ता से जगी उम्मीद फोटो – सिटी फोलडर में , प्रसनजीत के नाम सेहेरिटेज सिटी के साथ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर भी होगा कामजांच-परख के लिए गया पहुंची इनटैक की राज्यस्तरीय टीमहेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट को भी मिलेगा बल प्रभात एक्सक्लूसिवप्रसनजीत, गयास्मार्ट सिटी की सूची से बाहर हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2015 10:48 PM

गया बनेगा स्मार्ट सिटी!अच्छी खबर. गया की ऐतिहासिक महत्ता से जगी उम्मीद फोटो – सिटी फोलडर में , प्रसनजीत के नाम सेहेरिटेज सिटी के साथ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर भी होगा कामजांच-परख के लिए गया पहुंची इनटैक की राज्यस्तरीय टीमहेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट को भी मिलेगा बल प्रभात एक्सक्लूसिवप्रसनजीत, गयास्मार्ट सिटी की सूची से बाहर हुआ गया एक बार फिर उसमें शामिल होने की दहलीज पर है. यह इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर (इनटैक) की वजह से संभव हो सका है. यह निर्णय गया की धार्मिक व पर्यटन की महत्ता को देखते हुए लिया गया है. इसी मामले की जांच-परख के लिए सोमवार को इनटैक की राज्यस्तरीय टीम गया पहुंची थी. हेरिटेज सिटी की मॉनीटरिंग कर रही इस संस्था के राज्य सह संयोजक दीपक कुमार बख्शी ने बताया कि हेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट को बल देने के लिए ही गया को वापस स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया जा रहा है. गया को विशेष महत्ता के साथ इसमें शामिल करने की तैयारी है. उन्होंने बताया कि अब शहर का विकास दोनों प्रोजेक्ट के साथ होगा. श्री बख्शी के साथ सह संयोजक अरुण प्रभात व सदस्य अंजनी कुमार भी मौजूद थे. टीम ने शहर के प्रमुख स्थानों का दौरा किया. इसके बाद रेनेसां जा कर संजय सहाय से भी मिले.फरवरी में खुलेगा गया चैप्टरटीम के सदस्यों ने बताया कि फरवरी में हर हाल में इनटैक का गया चैप्टर (यूनिट) खुल जायेगा. इसके लिए सभी तैयारी चल रही है. 21 जनवरी को एक और बैठक होगी. इसके बाद फरवरी में चैप्टर खुल जायेगा. सदस्यों ने कहा कि चैैप्टर खुलने के साथ ही पूरे प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग भी हो सकेगी. गौरतलब है कि हेरिटेज सिटी प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग इनटैक ही कर रही है. संस्था ने 11 अप्रैल को वैशाली व 19 दिसंबर को भागलपुर में अपने चैप्टर खोले हैं.बनेगा स्मार्ट हेरिटेज सिटीगया को स्मार्ट हेरिटेज सिटी कहा जायेगा. दोनों ही प्रोजेक्ट से गया की सूरत बदल जायेगी. दीपक बख्शी ने कहा कि गया के धार्मिक, एेतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों को डेवलप करने के साथ-साथ गया को नयी तकनीक से भी जोड़ा जाना बेहद आवश्यक है. इसके लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि धरोहरों के संरक्षण के साथ-साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम भी बहुत जरूरी है. इसके लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट व सीवरेज मैनेजमेंट करना होगा.गया को विशेष महत्वगया को विशेष महत्व दिया गया है. यह शहर बिहार के सबसे महत्वपूर्ण शहरों में एक है. इसी को ध्यान में रख कर इसे एक बार फिर स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है. शहर स्मार्ट व हेरिटेज दोनों प्रोजेक्ट से जुड़ गया है. निश्चित तौर पर गया का अब बेहतर विकास होगा.दीपक कुमार बख्शी, राज्य सह संयोजक, इनटैक

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