खेतों से गुजरा है हाइटेंशन तार, मुआवजा चाहिए
खेतों से गुजरा है हाइटेंशन तार, मुआवजा चाहिएबारा पावरग्रिड के पास किसानों ने दिया धरनामुख्य प्रबंधक ने कहा, केंद्र सरकार की ऊर्जा नीति के तहत दिया जायेगा मुआवजाफोटो- बोधगया 07- पावर ग्रिड के बाहर धरने पर बैठे किसानसंवाददाता, बोधगयाबारा गांव के किसानों ने सोमवार को बारा पावरग्रिड के पास विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया. […]
खेतों से गुजरा है हाइटेंशन तार, मुआवजा चाहिएबारा पावरग्रिड के पास किसानों ने दिया धरनामुख्य प्रबंधक ने कहा, केंद्र सरकार की ऊर्जा नीति के तहत दिया जायेगा मुआवजाफोटो- बोधगया 07- पावर ग्रिड के बाहर धरने पर बैठे किसानसंवाददाता, बोधगयाबारा गांव के किसानों ने सोमवार को बारा पावरग्रिड के पास विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया. किसान कल्याण संघ के बैनर तले दिये गये धरने का नेतृत्व संघ के संयोजक डॉ अलख निरंजन प्रसाद ने किया. डॉ प्रसाद ने बताया कि बारा पावरग्रिड से गया-बलिया लाइन, गया-सासाराम लाइन व गया-वाराणसी लाइन निकाले जा रहे हैं. इसके लिए किसानों के खेतों में चौखंभा टावर खड़े किये गये हैं. इसके कारण टावर के लगभग 150 फुट की परिधि व गुजरनेवाले तार की पूरी लंबाई में फसल नहीं हो पाती है. इसके लिए पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से जमीन के बदले मुआवजे की मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि जमीन के बदले सामान्य किसानों को बाजार मूल्य से चार गुना व सीमांत किसानों को छह गुना मुआवजे की मांग के साथ ही हाइटेंशन लाइन के गुजरने से प्रभावित किसानों के परिवारों में से तीन-तीन सदस्यों को बिजली विभाग या अन्यत्र नौकरी दी जाये. इसके अलावा संबंधित जमीनों से काटे गये पेड़ों का मुआवजा व इस ग्रिड के बगल में एक छोटा पावर ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण करा कर 10 किलोमीटर की परिधि में सभी किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली की आपूर्ति की जाये. किसानों की मांगों में यह भी शामिल है कि पूरे गांव में पीसीसी सड़क व नाली बनायी जाये और एक बड़ा अस्पताल का निर्माण कराया जाये. सभी किसानों के घरों में शौचालय का निर्माण व पानी की सुविधा मुहैया करायी जाये. यह भी कि भविष्य में इस गांव से होकर हाइटेंशन तार के लाइन नहीं गुजरने की गारंटी भी दी जानी चाहिए. डॉ प्रसाद ने बताया कि उक्त मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो विधानसभा व संसद तक आंदोलन किया जायेगा. धरने के बाद संघ का एक प्रतिनिधिमंडल ग्रिड के मुख्य प्रबंधक प्रणव कुमार से मिल कर ज्ञापन सौंपा व वार्ता की. मुख्य प्रबंधक ने कहा कि पावरग्रिड के लिए देशव्यापी नियम बना है. इसके तहत किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें ज्यादा हैं, जिन्हें पूरा करना हमारे वश में नहीं है. हम केंद्र सरकार की ऊर्जा नीतियों के तहत मुआवजा देने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की मांग पत्र को वरीय अधिकारियों तक भेज दिया जायेगा. धरने की अध्यक्षता बालेश्वर यादव ने की. इसमें लखन प्रसाद यादव, सरपंच रामसेवक यादव, साधू यादव, कपिल शर्मा, जीतू मिस्त्री, हृदय शर्मा, उपेंद्र यादव, शिवरतन यादव, नन्हकू रविदास, मनोज मिस्त्री, उपेंद्र कुमार निराला, मोती यादव व अन्य शामिल थे. धरने के दौरान मगध विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष जयशंकर कुमार दल-बल के साथ मौजूद रहे.