प्रवेश परीक्षा लें, तभी बीएड में नामांकन

प्रवेश परीक्षा लें, तभी बीएड में नामांकन एमयू के संबद्ध कॉलेजों को लेकर राजभवन ने पुन: जारी किया निर्देशएमयू प्रशासन ने गठित की 11 सदस्यीय कमेटी, प्रो-वीसी बनाये गये अध्यक्षसत्र 2015-17 के लिए बीएड में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा अनिवार्य संवाददाता, बोधगयामगध विश्वविद्यालय (एमयू) से संबद्ध कॉलेजों को दो वर्षीय बीएड कोर्स (सत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2016 10:20 PM

प्रवेश परीक्षा लें, तभी बीएड में नामांकन एमयू के संबद्ध कॉलेजों को लेकर राजभवन ने पुन: जारी किया निर्देशएमयू प्रशासन ने गठित की 11 सदस्यीय कमेटी, प्रो-वीसी बनाये गये अध्यक्षसत्र 2015-17 के लिए बीएड में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा अनिवार्य संवाददाता, बोधगयामगध विश्वविद्यालय (एमयू) से संबद्ध कॉलेजों को दो वर्षीय बीएड कोर्स (सत्र 2015-17) में दाखिला लेने से पहले अभ्यर्थियों की संयुक्त प्रवेश परीक्षा लेनी होगी. राजभवन से मिले निर्देश के बाद एमयू प्रशासन ने प्रति कुलपति (प्रो-वीसी) प्रो कृतेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. इस कमेटी का काम होगा संबद्ध कॉलेजों में नामांकन से पहले संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन व उसमें सफल छात्र-छात्राओं का दाखिला कराना. अब जबकि एमयू में दो वर्षीय बीएड कोर्स की शुरुआत होनेवाली है. एमयू के अंगीभूत कॉलेजों में बीएड में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा ली जा चुकी है. नामांकन प्रक्रिया भी जारी है. ऐसे में संबद्ध कॉलेजों में नामांकन से पहले संयुक्त प्रवेश परीक्षा लिये जाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. एमयू सूत्रों के अनुसार, राजभवन ने दो वर्षीय बीएड व एमएड कोर्सों में नामांकन से पहले अंगीभूत व संबद्ध दोनों तरह के कॉलेजों के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया था. लेकिन, एमयू प्रशासन ने सिर्फ अंगीभूत कॉलेजों व एमयू कैंपस में संचालित बीएड कोर्स में नामांकन के लिए ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित की. इसकी सूचना मिलते ही राजभवन ने फिर से एमयू प्रशासन को हर हाल में उसके पूर्व के निर्देशों को पालन करने का आदेश दिया. इसके बाद एमयू के कुलपति प्रो एम इश्तियाक ने एक कमेटी का गठन किया और उसे इस दिशा में काम करने की जिम्मेवारी सौंप दी. इस कमेटी में एमयू के प्रो-वीसी अध्यक्ष व को-ऑर्डिनेटर एमयू के प्रोक्टर के अलावा डीएसडब्ल्यू, कुलसचिव, सीसीडीसी, परीक्षा नियंत्रक, ओएसडी (पीएचडी), बीएड (रेगुलर) के प्राचार्य, बॉटनी विभागाध्यक्ष व शाखा कार्यालय पटना के ओएसडी को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. उधर, इस पहल से एमयू से संबद्ध कॉलेजों के प्रबंधकों में हड़कंप मचा है. इसके लिए उनके प्रतिनिधि एमयू का चक्कर काटते रहे हैं. यह भी सूचना है कि अधिकतर संबद्ध कॉलेजों में बगैर संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किये ही बीएड में नामांकन ले लिया गया है.

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