15 वर्षो से चल रहा था विवाद

गया: पांच लड़कियों को खोने वाले परिवार (पवित्र नारायण सिंह व उनके तीन बेटे शशि भूषण सिंह, भरत भूषण सिंह व विपिन सिंह) से नवीन सिंह के साथ करीब 15 वर्ष पहले से जमीन पर कब्जा करने को लेकर विवाद चल रहा था. भरत भूषण सिंह ने बताया कि करीब 15 वर्ष पहले गांव के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2013 9:39 AM

गया: पांच लड़कियों को खोने वाले परिवार (पवित्र नारायण सिंह व उनके तीन बेटे शशि भूषण सिंह, भरत भूषण सिंह व विपिन सिंह) से नवीन सिंह के साथ करीब 15 वर्ष पहले से जमीन पर कब्जा करने को लेकर विवाद चल रहा था. भरत भूषण सिंह ने बताया कि करीब 15 वर्ष पहले गांव के ही रहनेवाले रामदहिन सिंह, कपिलदेव सिंह व सूर्यदेव सिंह से उन्होंने कई डिसमिल जमीन खरीदा था.

इनमें से चार डिसमिल जमीन नवीन सिंह के घर के पास था. इस जमीन पर कब्जा करने के दौरान नवीन सिंह से विवाद हुआ था. कई बार पंचायत हुई, लेकिन उस जमीन के पास पेड़ लगा कर नवीन अपने कब्जे में रखने की कोशिश में लगा रहा. वह जब भी कहीं कोई जमीन खरीदते थे, उसमें नवीन सिंह कोई-न-कोई अड़ंगा डालने की कोशिश जरूर करता था. उन्होंने बताया कि 19 अक्तूबर को शंभु सिंह ने उनके छोटे भाई विपिन सिंह को अपनी 43 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री की. इस बात की जानकारी नवीन सिंह लगी तो वह शंभु व उनकी पत्नी चंचल देवी को बहला-फुसला कर नीमचक-बथानी के एसडीओ सह सहायक निबंधन पदाधिकारी अशोक कुमार के पास शिकायत करवा दी. शिकायत थी कि राजस्व की चोरी करने के लिए जमीन के कागजात में आवासीय के बजाय धनहर दिखा कर रजिस्ट्री करा ली गयी है.

इसके कारण विपिन को रजिस्ट्री ऑफिस से दस्तावेज इश्यू करने पर रोक लगा दी गयी. एसडीओ ने बताया कि इस मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि बुधवार को खरीदी गयी जमीन की स्थिति को देखने के लिए अधिकारी आये थे. श्री सिंह ने बताया कि रजिस्ट्री ऑफिस के अधिकारियों द्वारा बताया गया था कि अगर खरीदी गयी जमीन आवासीय निकल गयी तो उन्हें करीब 70 हजार रुपये सरकारी राजस्व के रूप में जमा करना होगा. इस पर भी विपिन तैयार हो गया था.

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