आती है बदबू… स्कूल आने का नहीं करता मन
आती है बदबू… स्कूल आने का नहीं करता मनफोटो -जनता मध्य विद्यालय के बाहर फैला रहता है कचराप्राचार्य ने कहा- कई बार की शिकायत, नहीं हुई साफ-सफाईसंवाददाता, गयामुरलीहिल-तेलबिगहा स्थित जनता मध्य विद्यालय में बच्चे पढ़ने जाना नहीं चाहते. वहां क्लासरूम में उनका दम घुटता है. लेकिन, स्कूल जाना जरूरी है. कुछ कर भी नहीं सकते, […]
आती है बदबू… स्कूल आने का नहीं करता मनफोटो -जनता मध्य विद्यालय के बाहर फैला रहता है कचराप्राचार्य ने कहा- कई बार की शिकायत, नहीं हुई साफ-सफाईसंवाददाता, गयामुरलीहिल-तेलबिगहा स्थित जनता मध्य विद्यालय में बच्चे पढ़ने जाना नहीं चाहते. वहां क्लासरूम में उनका दम घुटता है. लेकिन, स्कूल जाना जरूरी है. कुछ कर भी नहीं सकते, इसीलिए नाक पर हाथ रख कर बच्चे स्कूल आने को विवश हैं. दरअसल, स्कूल के ठीक बाहर पूरे इलाके का कचरा फेंका जाता है. मानो कूड़ा डंपिंग जोन हो. आसपास के होटलों के चूल्हों के राख, जूठे-बचे खाने व सड़ी-गली सब्जियां यहीं फेंकी जाती हैं. इनसे निकलनेवाली दुर्गंध से आसपास से गुजरना मुश्किल होता है, पास बैठना तो दूर की बात. स्कूल में कक्षा एक से आठवीं तक के कुल 274 बच्चे पढ़ते हैं.शुरू से ही है ऐसी स्थितिप्राचार्या रानी कुमारी सिन्हा ने बताया कि वह इस स्कलू में 2008 से हैं, तब से यहां ऐसे ही हालात हैं. उन्होंने बताया कि एक बार प्रमंडलीय आयुक्त केपी रम्मैया स्कूल में आये थे. व्यवस्था को बेहतर कर देने का आश्वासन मिला था. इसके बाद भी कई बार मौखिक तौर पर कहा गया लेकिन हालात नहीं बदले. स्कूल के बच्चों ने कहा कि खिड़की के पास बहुत बदबू आती है. सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. बच्चों पर अत्याचार कर रहा निगमसामाजिक कार्यकर्ता डाॅ आरएस नागमणि ने इस स्थिति पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि नगर निगम बच्चों पर अत्याचार कर रहा है. गंदगी के बीच बच्चों को रहने के लिए मजबूर करना अत्याचार की ही श्रेणी में आता है. यहां की गंदगी के लिए आसपास के लोग भी उतने ही दोषी हैं. स्कूल होने के बावजूद वहीं कचरा फेंक रहे हैं. उन्होंने जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की है.स्थिति वाकई खराब हैजब एसडीओ था, तब शायद उस स्कूल में गया था. स्थिति वाकई खराब है. जल्द ही सफाई पदाधिकारी को वहां के हालात बेहतर कराने को कहा जायेगा. स्कूल के पास गंदगी नहीं होनी चाहिए. विजय कुमार, नगर आयुक्तमुझे इस समस्या का अब पता चला है, खुद जाकर स्थिति देखूंगा. उसके बाद नगर निगम के पदाधिकारियों से बात कर वहां सफाई करायी जायेगी. ठाकुर मनाेरंजन प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी