सीसीटीवी कैमरों की जद में गया-डोभी रोड

सीसीटीवी कैमरों की जद में गया-डोभी रोड फोटो-पुलिस की पहल पर दोमुहान के पास सड़क पर पहली बार लगाये गये चार सीसीटीवी कैमरे गया शहर, डोभी, चेरकी व बोधगया की ओर से आने-जाने वाले वाहनों व राहगीरों पर रहेगी नजरवरीय संवाददाता, गयाअपराध पर अंकुश लगाने में सीसीटीवी कैमरे व मोबाइल फोन पुलिस के लिए महत्वपूर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 11:37 PM

सीसीटीवी कैमरों की जद में गया-डोभी रोड फोटो-पुलिस की पहल पर दोमुहान के पास सड़क पर पहली बार लगाये गये चार सीसीटीवी कैमरे गया शहर, डोभी, चेरकी व बोधगया की ओर से आने-जाने वाले वाहनों व राहगीरों पर रहेगी नजरवरीय संवाददाता, गयाअपराध पर अंकुश लगाने में सीसीटीवी कैमरे व मोबाइल फोन पुलिस के लिए महत्वपूर्ण हथियार साबित हो रहे हैं. बैंकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर कई चर्चित लूटकांड का खुलासा हो चुका है. इसके अलावा मोबाइल फोन के आधार पर भी पुलिस कई केसों को सुलझाती है. अपराधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस की गया व बोधगया में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है. इसी योजना के तहत एसएसपी गरिमा मलिक व सिटी एसपी रविरंजन कुमार की पहल पर रविवार को गया-डोभी रोड पर दोमुहान के पास पहली बार चार सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इन सीसीटीवी कैमरों से गया शहर, डोभी, चेरकी व बोधगया की ओर से आने-जाने वाले वाहनों व राहगीरों पर नजर रखी जायेगी. हाल ही में शहर के एक होटल में व्यवसायियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई बैठक में निर्णय लिया गया था कि सभी प्रमुख व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बाहर प्रोपराइटर अपने खर्च से सीसीटीवी कैमरे लगायेंगे. सीसीटीवी कैमरों का लोकेशन ऐसा हो, जहां से सड़क से गुजरनेवाले वाहनों व राहगीरों की गतिविधियां स्पष्ट रेकॉर्ड हो सके. लेकिन, शुरुआत में इस योजना को धरातल पर नहीं उतारा गया. अब लूटपाट व अपहरण की घटनाएं बढ़ने के बाद पुलिस सीसीटीवी कैमरे लगाने की दिशा में सक्रिय हुई है. स्वर्ण व्यवसायी के अपहरण के बाद पुलिस सक्रियगत सात जनवरी की रात शहर के मंगलागौरी मंदिर के पास स्थित करुणा ज्वेलर्स के मालिक राहुल कुमार व उनके भतीजे गौरव कुमार का स्काॅर्पियो सवार सात लोगों ने बाइपास इलाके से अपहरण कर लिया था. चाचा-भतीजा स्कूटी से खटकाचक-नैली स्थित अपने घर जा रहे थे. एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी रविरंजन कुमार व सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह सहित एक दर्जन थानों की पुलिस स्कार्पियो को पकड़ने के लिए अलग-अलग दिशाओं में रवाना हो गये. सिटी एसपी स्काॅर्पियो की धर-पकड़ के लिए औरंगाबाद तक चले गये और गोह-कोंच होते हुए लौटे. इधर, स्काॅर्पियो शेरघाटी इलाके से बरामद हुई. इसके बाद सिटी एसपी ने गया शहर, बोधगया, डोभी, चेरकी व शेरघाटी सहित अन्य मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया. सिटी एसपी का मानना है कि अगर गया-डोभी रोड में किसी भी स्थान पर सीसीटीवी कैमरा लगा होता, तो यह पता चला जाता कि स्वर्ण व्यवसायी व उसके भतीजे का अपहरण करनेवाले अपराधी स्कार्पियो से डोभी की ओर गये या फिर किसी और दिशा में. स्कॉर्पियो का पीछा करने के दौरान सीसीटीवी कैमरे की कमी खली थी. सीसीटीवी कैमरा महत्वपूर्ण हथियार : सिटी एसपीसिटी एसपी रविरंजन कुमार ने बताया कि बदलते माहौल में सीसीटीवी कैमरा महत्वपूर्ण हथियार साबित हो रहा है. इससे अब तक कई घटनाओं का खुलासा हो चुका है. कई बार प्रमुख प्रतिष्ठानों व चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर बैठक हुई, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. अब इस मामले पर सख्ती बरती जा रही है. सभी प्रमुख प्रतिष्ठानों को सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया गया है. उन्हें बताया गया है कि सीसीटीवी कैमरा लगाना उनके हित में है. अप्रिय घटना होने पर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से अपराधियों की पहचान में आसानी होती है.

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