सतर्कता ही सड़क दुर्घटना का समाधान

सतर्कता ही सड़क दुर्घटना का समाधानयातायात के नियमों का पालन कर खुद के साथ-साथ दूसरों को भी रखें महफूज 27वां सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू, गांधी मैदान में 16 को होगा समापनसंवाददाता, गयाजिला प्रशासन व युवा प्रयास के संयुक्त तत्वावधान में राय काशीनाथ मोड़ पर सोमवार को सभा आयोजित कर 27वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 11:44 PM

सतर्कता ही सड़क दुर्घटना का समाधानयातायात के नियमों का पालन कर खुद के साथ-साथ दूसरों को भी रखें महफूज 27वां सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू, गांधी मैदान में 16 को होगा समापनसंवाददाता, गयाजिला प्रशासन व युवा प्रयास के संयुक्त तत्वावधान में राय काशीनाथ मोड़ पर सोमवार को सभा आयोजित कर 27वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया. सभा में जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) राजेश चौधरी ने कहा कि सतर्कता ही सड़क दुर्घटना का बेहतर समाधान है. आपकी छोटी-सी चूक मां-बहन को बेसहारा व पत्नी को विधवा बना सकती है. यातायात के नियमों का पालन कर खुद के साथ-साथ दूसरों को भी महफूज रखें. उन्होंने कहा कि बगैर हैलमेट लगाये मोटरसाइकिल की सवारी कदापि न करें. एक साथ दो से अधिक व्यक्ति नहीं बैठाएं. परिवहन विभाग का उद्देश्य जुर्माना वसूल कर किसी को निहायत परेशान करना नहीं है. जीवन बहुमूल्य है, संजो कर रखें. इसके लिए आवश्यक है कि सड़क सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करें.तेजी से बढ़ती सड़क दुर्घटना के कारणडीटीओ ने कहा कि तेजी से आबादी बढ़ने के साथ वाहनों की संख्या भी बढ़ी है. पर, सड़कों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. न चौड़ीकरण हो सका है और न ही गुणवत्ता में कोई सुधार. पार्किंग की सुविधा भी नगण्य है. सड़कों पर आवारा पशुओं का विचरण भी सड़क दुर्घटना के लिए कम जिम्मेवार नहीं है. लेकिन, सबसे बड़ा कारण सतर्कता की कमी है. लोगों को जागरूक करने व यातायात के नियमों की जानकारी देने के लिए ही सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है. ताकि, यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके.जुर्माना लगाना समस्या का समाधान नहींश्री चौधरी ने कहा कि यातायात के नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर सिर्फ जुर्माना लगाया जाना समस्या का समाधान नहीं है. जरूरत है बहुमूल्य जीवन को समझने की. खुद की सुरक्षा में ही दूसरों की सुरक्षा निहित है. हर व्यक्ति के पीछे पुलिस की तैनाती कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती. हर घर के अभिभावक, मां, पत्नी व भाई जागरूक हों, तो एक भी व्यक्ति बगैर हैमलेट का मोटरसाइकिल की सवारी नहीं कर सकेगा.स्वस्थ व सुरक्षित गया बनाने की अपीलयुवा प्रयास के अध्यक्ष प्रो कौशलेंद्र कुमार सिंह ने गया को स्वस्थ व सुरक्षित बनाने की अपील करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना के कम हो जाने से कुछ हद तक जीवन की सुरक्षा संभव है. अस्पतालों पर दबाव भी कम किये जा सकते हैं. इस प्रकार गया को सुरक्षित व स्वास्थ्य बनाया जा सकता है.16 जनवरी तक चलेगा जागरूकता कार्यक्रमयुवा प्रयास के कोषाध्यक्ष परवेज आलम ने कहा कि 16 जनवरी तक सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम चलेगा. 12 जनवरी को सुबह 09:30 बजे जयप्रकाश झरने के समीप मानव कड़ी व पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जायेगा. 13 जनवरी को गया कॉलेज में सेमिनार आयोजित किया जायेगा. 14 जनवरी को ऑटो चालक संघ, बस एसोसिएशन, पेट्रोल पंप व ऑटोमोबाइल मालिकों के साथ विचारगोष्ठी की जायेगी. 15 जनवरी को स्कूलों में क्विज व 16 जनवरी को गांधी मैदान से जागरूकता रैली निकालने के बाद समापन होगा. इस मौके पर लोगों के बीच सड़क सुरक्षा से संबंधित पोस्टर का वितरण किया गया.

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