नियमों की धज्जी उड़ा रहे शिक्षा पदाधिकारी!
प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद को लेकर विवाद कायम गया : नियोजित शिक्षकों की वरीयता को लेकर शिक्षा विभाग का स्पष्ट निर्देश है. इसके बावजूद कई विद्यालय में प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद को लेकर विवाद कायम है. शिक्षा पदाधिकारियों ने अपने ढंग से विभागीय नियमों का व्याख्या कर कनीय शिक्षकों को प्रधानाध्यापक […]
प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद को लेकर विवाद कायम
गया : नियोजित शिक्षकों की वरीयता को लेकर शिक्षा विभाग का स्पष्ट निर्देश है. इसके बावजूद कई विद्यालय में प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद को लेकर विवाद कायम है. शिक्षा पदाधिकारियों ने अपने ढंग से विभागीय नियमों का व्याख्या कर कनीय शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बना रखा है.
इससे वरीय शिक्षक अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं. कई स्कूलों में तनाव की स्थिति व्याप्त है. टीइटी-एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के अध्यक्ष समीर सारस्वत ने एक पत्र लिख कर इस स्थिति से डीएम को अवगत कराया है, ताकि ऐसे विवादों का निष्पादन किया जा सके. शिक्षकों की मानें, तो विभागीय नियमों का गलत व्याख्या कर उनका भयादोहन किया जा रहा है. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेवार है?
प्राथमिक शिक्षा निदेशक के पत्रांक-7/मु 01-129/012-809 (दिनांक-05.12.2013) में प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक व मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक का प्रभार दिये जाने के संबंध में स्पष्ट निर्देश दिया गया है. चूंकी प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक का पद सृजित नहीं है.
ऐसे में वरीय शिक्षक ही प्रधान शिक्षक होंगे. इसी प्रकार मध्य विद्यालयों में जिला संवर्ग (नियमित) का कोई शिक्षक नहीं हैं, तो नियोजित शिक्षकों में से वरीय शिक्षक ही प्रभारी प्रधानाध्यापक होंगे. अवरोही क्रम में वरीयता का क्रम स्नातक ग्रेड (प्रशिक्षित), स्नातक ग्रेड (अप्रशिक्षित), बेसिक ग्रेड (प्रशिक्षित) व बेसिक ग्रेड (अप्रशिक्षित) होगा. लेकिन, इसी पत्र का हावाला देकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) डॉ प्रयनंदन प्रसाद ने (पत्रांक-84, दिनांक-06.06.2016) बेलागंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को राजकीय मध्य विद्यालय पाई बिगहा(बेलागंज) मेंस्नातक ग्रेड (प्रशिक्षित) शिक्षक अजय कुमार शास्त्री को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाने का निर्देश दिया है.
दूसरी ओर इसी नियम का हवाला देकर मोहनपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधकारी को निर्देश दिया है कि मध्य विद्यालय, जोगर (मोहनपुर) में स्नातक ग्रेड (प्रशिक्षित) शिक्षक सुमित कुमार से बेसिक ग्रेड (अप्रशिक्षित) शिक्षका निर्मला सिंह की नियुक्ति पहले हुई है. ऐसे में निर्मला सिंह को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया जाये. यह तो उदाहरण मात्र है. जिले के दर्जनों स्कूलों में प्रधानाध्यापक पद को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है.