सीयूएसबी के छात्र को मिला समर रिसर्च फेलोशिप

गया: दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में स्नातक के छात्र राेहित कुमार ने अकादमिक गतिविधियाें में एक उपलब्धि हासिल की है. उसने राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित समर रिसर्च फेलाेशिप प्राप्त किया है. सीयूएसबी के पीआरआे माेहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार स्नातक स्तर, इंटीग्रेटेड बीएससी-बीएड काेर्स (छठे सेमेस्टर) में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2016 8:33 AM
गया: दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में स्नातक के छात्र राेहित कुमार ने अकादमिक गतिविधियाें में एक उपलब्धि हासिल की है. उसने राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित समर रिसर्च फेलाेशिप प्राप्त किया है. सीयूएसबी के पीआरआे माेहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार स्नातक स्तर, इंटीग्रेटेड बीएससी-बीएड काेर्स (छठे सेमेस्टर) में पढ़ रहे राेहित काे रसायन शास्त्र में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा दिया जानेवाला राष्ट्रीय स्तर का फेलाेशिप प्राप्त हुआ है.
उन्हाेंने बताया कि देश के तीन प्रख्यात राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, जिसमें क्रमश: इंडियन अकादमी अॉफ साइंसेज (बेंगलुरु), इंडियन नेशनल साइंस अकादमी (नयी दिल्ली) व द नेशनल अकादमी अॉफ साइंसेज (इलाहाबाद) शामिल है. उनके वरिष्ठ वैज्ञानिकाें द्वारा मेधावी छात्राें काे समर रिसर्च फेलाेशिप दिया जाता है. पीआरआे ने बताया कि राेहित ने अकादमी की चयन प्रक्रिया में उतीर्ण हाेकर समर रिसर्च फेलाेशिप के तहत राेहित काे पश्चिम बंगाल के जादवपुर यूनिवर्सिटी के चर्चित वैज्ञानिक व शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार से नवाजे गये प्राेफेसर समरेश भट्टाचार्य के साथ काम करने का माैका मिलेगा. इधर, विशेष उपलब्धि से गद्गद राेहित ने रसायन शास्त्र विभाग के प्राध्यापकाें डॉ अमिय प्रियम व डॉ गिरिशचंद्र के प्रति आभार जताया.
राेहित ने बताया कि डॉ अमिय प्रियम के मार्गदर्शन में उसे स्पेक्ट्राेफाेटाेमेटरी पर किये गये उन्नत स्तर के प्रयाेगाें से फेलाेशिप प्राप्त करने में सफलता मिली. उन्हाेंने कहा कि देश के जाने-माने वैज्ञानिकाें के साथ कार्य करने का अवसर प्राप्त करना किसी सपने के पूरा हाेने जैसा है.
डॉ प्रियम ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. इससे विश्वविद्यालय के मेधावी छात्राें का मनाेबल ऊंचा हाेगा. डॉ प्रियम ने कहा कि यह उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है. सीयूएसबी के कुलपति प्राेफेसर हरीशचंद्र सिंह राठाैर ने राेहित की उपलब्धि पर हर्ष जताया है. उन्होेंने उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.

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