आइआइटीटीएम: पढ़ाई के लिए सर्वे प्रशिक्षण संस्थान का होगा कायाकल्प, जुलाई से शुरू होगा नामांकन

बोधगया में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए यहां और एक राष्ट्रीय स्तर के संस्थान खोलने की तैयारी है़ इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी है़ डीएम ने जुलाई से पढ़ाई शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है़ फिलहाल इसके लिए जिस भवन का चयन किया गया है, उसका कायाकल्प […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 8:18 AM
बोधगया में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए यहां और एक राष्ट्रीय स्तर के संस्थान खोलने की तैयारी है़ इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी है़ डीएम ने जुलाई से पढ़ाई शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है़ फिलहाल इसके लिए जिस भवन का चयन किया गया है, उसका कायाकल्प करने के लिए 25 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे.
बोधगया : बोधगया में भारतीय पर्यटन व यात्रा प्रबंध संस्थान (आइआइटीटीएम) की स्थापना करने व जुलाई में चयनित विद्यार्थियों का नामांकन लेकर पढ़ाई शुरू कराने की पहल पर डीएम कुमार रवि ने काम शुरू कर दिया है. इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की सैद्धांतिक स्वीकृति फरवरी में बोधगया के दो दिवसीय दौरे पर आये केंद्रीय पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी व संयुक्त सचिव डॉ प्रीति श्रीवास्तव ने दे दी थी.
इसके बाद डीएम ने विद्यार्थियों की पढ़ाई व आवासन से संबंधित सुविधा प्रदान के लिए मगध विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने स्थित सर्वे (राजस्व) प्रशिक्षण संस्थान की बिल्डिंग का कायाकल्प कराने का प्रस्ताव तैयार किया है. इस काम के लिए 25 लाख रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है.
इस बाबत डीएम ने बुधवार की रात अपने गोपनीय कार्यालय में जिला पर्यटन विभाग के प्रभारी कृष्ण कुमार यादव सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेजे जानेवाले प्रस्ताव की समीक्षा की.
जॉब आेरिएंटेड कोर्स की होगी पढ़ाई
डीएम ने कहा कि पर्यटन के दृष्टिकोण से गया व बोधगया सहित आसपास जिले काफी महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में बोधगया में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूर एंड ट्रैवेल्स मैनेजमेंट नामक संस्थान की स्थापना होना बहुत ही बड़ी बात है. यहां से कोर्स करनेवाले स्टूडेंट्स को रोजगार मिलने की कमी नहीं रहेगी. पूरी तरह से यह कोर्स जॉब ओरियेंटेड है.
शीघ्र ही भेजा जायेगा प्रस्ताव
डीएम ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय के सामने कुल 8.99 एकड़ सरकारी जमीन है. उस पर एसआइएचएम की नयी बिल्डिंग बन रही है. फिलहाल सर्वे प्रशिक्षण संस्थान की सामनेवाली बिल्डिंग में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई हो रही है. अप्रैल में एसआइएचएम की नयी बिल्डिंग बन जाने के बाद होटल मैनेजमेंट उसमें शिफ्ट हो जायेगा. इसके बाद आइआइटीटीएम की पढ़ाई व विद्यार्थियों के आवासन सहित अन्य संबंधित कार्यालयों के लिए सर्वे प्रशिक्षण संस्थान व उसके सामनेवाली बिल्डिंग का इस्तेमाल होगा़ चूंकि, सर्वे प्रशिक्षण संस्थान वाली बिल्डिंग में वर्षों में रंगरोगन व मरम्मत नहीं हुई है. इस कारण उस बिल्डिंग के कायाकल्प को लेकर 25 लाख रुपये खर्च करने का प्रस्ताव बनाया गया है. डीएम ने बताया कि जिला पर्यटन प्रभारी सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ आइआइटीटीएम से संबंधित मामलों पर समीक्षा हुई है. कुछ बातों पर फैसला लेना अभी बाकी है. फिलहाल, चुनाव कार्य में व्यस्त होने के कारण अपर समाहर्ता विजय कुमार नहीं हैं. दो-तीन दिनों में अपर समाहर्ता आ जायेंगे, तो केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को आइआइटीटीएम से संबंधित सभी प्रकार के प्रस्ताव भेज दिये जायेंगे. डीएम ने बताया कि आइआइटीटीएम की नयी बिल्डिंग के निर्माण को लेकर चिह्नित की गयी भूमि को नेशनल हाइवे-83 के फ्रंट से कम जगह मिल रही है. इससे करोड़ों रुपयों से बनाये जानेवाले बिल्डिंग की रौनकता कम हो रही है. लेकिन, उस बिल्डिंग की रौनकता को बेहतर बनाने के लिए नेशनल हाइवे के फ्रंट से और जगह देने का प्रयास किया जा रहा है.

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